कला को जीविका साधन बनाएं दीप प्रज्ज्वलन के साथ दीपोत्सव का शुभारंभ हुआ। छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में विवि के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं जिनमें करिश्मा, रुचि, अनुष्का, कृपा, डॉली आदि ने गीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. केवीएसएम कृष्णा ने कहा कि कला के क्षेत्र को जीविका का साधन भी बनाया जा सकता है। उन्होंने इस आयोजन के लिए बधाई दी। कुलसचिव प्रो. शिवाजी सरकार ने न केवल स्टॉलों का अवलोकन किया बल्कि विद्यार्थियों की कला को सराहा। डायरेक्टर जनरल प्रो. एके मिश्रा ने दीपोत्सव के शानदार आयोजन की प्रशंसा की।
प्रदर्शनी में छात्र अभिषेक व उदय ने मनमोहक पेंटिंग, आकांक्षा व मुस्कान ने डिजायनर दीपक, हितिक ने हैंडी क्राफ्ट, साक्षी ने डायरी, मोहिनी ने कार्ड, शिवांश ने मेहंदी, प्रिया ने वॉल हैंगिंग, अनुज, शशांक, प्रदीप, आशीष, श्रष्टि, शिव व रूचि ने खाने पीने के स्टॉल लगाए। इन स्टॉलों पर खरीदारों ने जमकर खरीदारी की।
हुनर को सराहा
दृश्य एवं कला विभाग की अध्यक्ष डॉ. पूनम रानी ने सभी अतिथियों को स्टॉलों का भ्रमण कराया। कार्यक्रम की संयोजक दीक्षा यादव रहीं व सह-संयोजक विलास पालखे रहे। संचालन माधुरी, मंदाकनी व अनुष्का ने किया। कुलसचिव की पत्नी अंजू सरकार व डीजी की पत्नी मीना मिश्रा ने भी विद्यार्थियों के हुनर की तारीफ की व सजावट के कई आइटम भी ख़रीदे।