ये बोले करणी सेना के अध्यक्ष
मीडिया से बात करते हुए सूरजपाल प्रधान ने कहा कि हमारे देश की संसद को निर्मम मासूम हत्याओं या अन्य वीभत्स प्रकरणों के मामलों का कानून बदलना चाहिए। ऐसे प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में बेटियों को पूजा जाता है। ये घटना एक परिवार के साथ नहीं बल्कि पूरे देश के साथ हुई है। न्यायाधीशों से अनुरोध है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट हो या अन्य कोर्ट, इस प्रकरण में हर हाल में फांसी चाहिए। अगर आप फांसी दे सकते हो तो ठीक, नहीं तो फांसी देना करणी सेना जानती है।
मीडिया से बात करते हुए सूरजपाल प्रधान ने कहा कि हमारे देश की संसद को निर्मम मासूम हत्याओं या अन्य वीभत्स प्रकरणों के मामलों का कानून बदलना चाहिए। ऐसे प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में बेटियों को पूजा जाता है। ये घटना एक परिवार के साथ नहीं बल्कि पूरे देश के साथ हुई है। न्यायाधीशों से अनुरोध है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट हो या अन्य कोर्ट, इस प्रकरण में हर हाल में फांसी चाहिए। अगर आप फांसी दे सकते हो तो ठीक, नहीं तो फांसी देना करणी सेना जानती है।
सूरजपाल प्रधान ने कहा कि मैं यहां पीड़ित परिवार से मिलने जरूर आया हूं लेकिन उनके आंसू पोंछने नहीं आया क्योंकि उनके आंसुओं का हिसाब तो तब होगा, जब दोषियों को सजा मिलेगी। हमारे देश की संसद में ऐसे दोषियों को सरेआम फांसी पर लटकाने का कानून पास कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम कानून से ऊपर नहीं है, लेकिन ऐसी घटनाएं होंगी तो हम कानून से ऊपर भी हैं। जिस घर से बेटी गई है, उस पिता व माता से पूछो क्या बीत रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में त्वरित कार्रवाई और त्वरित फांसी की सजा दे सकते हो तो दो, वर्ना करणी सेना पर बहुत सारे उपाय हैं।