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एनसीआर के महाप्रबंधक राजीव चौधरी और पीसीसीएम एमएन ओझा द्वारा लंबे समय से रेलवे ट्रेवल को प्रयागराज में खोले जाने का प्रयास किया जा रहा था। जोन में तीन बड़े मंडल और बड़ा मुख्यालय होने के बाद भी एनसीआर जोन में आरसीटी की बेंच नहीं थी। महाप्रबंधक राजीव चौधरी सहित एमएन ओझा रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल बेंच यहां खोले जाने के लिए प्रयासरत थे। इस मुद्दे को रेलवे बोर्ड में भी आरसीटी की बेंच प्रयागराज में खोले जाने का मुद्दा उठाया गया था। क्योंकि यहां के अफसरों और कर्मचारियों को लखनऊ गोरखपुर जाना पड़ता था।
आरसीटी की बेंच की स्थापना का अधिकार रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल के चेयरमैन को होता है इस संबंध में बीते माह एनसीआर के पीसीसीएम एमएन ओझा ने रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष जस्टिस अहलूवालिया से दिल्ली में मुलाकात की थी सीपीआरओ एनसीआर अजीत सिंह के मुताबिक रेल मंत्री पीयूष गोयल ने प्रयागराज में आरसीटी की बेंच खोले जाने की औपचारिक घोषणा मुंबई में की है।
बता दें कि रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल के तहत रेल दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के परिजनों और घायल यात्रियों को मुआवजे की राशि आरसीटी के माध्यम से दी जाती है इसके अलावा माल बुक करने उसकी छुट्टी होने पर उसका मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है जो आरसीटी के माध्यम से होता है प्रयागराज में ट्रिब्यूनल की स्थापना कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत की खबर है।