दिनदिहाड़े बदमाशों ने मारी थी छह गोली भाजपा बूथ अध्यक्ष के भाई की हत्या बदमाशों ने दिनदिहाड़े गोली से भून कर की थी। 28 अप्रैल को नैनी में मलहरा फाटक के पास वारदात को तब अंजाम दिया गया था जब बृजेश बच्चों को लेने स्कूल गया था। दो बाइक से आए छह बदमाशों ने उसे गोलियों से भून दिया था। बृजेश की मौत मौके पर हो गई थी। परिजनों ने छह लोगों को नामजद कराया था। इसके बाद लगातार दबिश देने के बाद पुलिस ने सभी नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में शामिल एसएस कान्वेंट स्कूल के प्रबंधन का नाम आया था। वह मुख्य आरोपी दीपू शर्मा का करीबी है और घटना में प्रयुक्त दो बाइकें व असलहे उसने ही अपने स्कूल में छिपाए थे। बाद में पुलिस की छानबीन के डर से दोनों बाइकों को दो मई को बगबना नगर पुलिया के पास छोड़ दिया था। जिन्हें पुलिस ने लावारिस हाल में बरामद किया था।
सीने में मारी थी बदमाशों ने छह गोली पुलिस अफसरों ने जानकारी देते हुए बताया कि बदमाशों से पूछताछ में जानकारी मिली कि भाजपा नेता के भाई की हत्या करने के लिए सीने में छह गोली मारी थी। वारदात को अंजाम देने में दीपू शर्मा उर्फ प्रदीप कुमार, उसका सगा भाई ज्ञानू शर्मा, मौसेरे भाई जीतेंद्र शर्मा व चचेरे भाई अरविंद शर्मा शामिल थे। जबकि तीन अन्य अभियुक्तों में शामिल उसके ही एक अन्य भाई संदीप शर्मा व पिता सिद्धनाथ शर्मा के अलावा गजराज सिंह पटेल ने उनका सहयोग किया था।
जमीनी विवाद बना मौत का कारण एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि हत्या करने में शामिल मुख्य आरोपी दीपू शर्मा सपा समर्थक है और मृतक भाजपा पार्टी में शामिल था। 12 मार्च को भाजपा की जीत पर पटाखे बजाने पर बृजेश का विवाद दीपू से हुआ था। इसके अलावा दोनों प्लाटिंग का काम करते थे और इसे लेकर उनमें व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता भी थी। जितेंद्र व उसके पिता को बृजेश ने पूर्व में पीटा था, इसे लेकर वह खुन्नस रखता था। जिसकी वजह मौका पाकर हत्या करने का प्लान किया था।