इलाहाबाद में बसपा नेता की गोली मारकर हत्या, दोस्त डॉ. मुकुल सिंह पर संदेश, उन्हीं के साथ गए थे विश्वविद्यालय छात्रावास।
बसपा नेता राजेश यादव की हत्या
प्रसून पण्डेयइलाहाबाद. देर रात इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ताराचंद छात्रावास में गोली मारकर हुई बसपा नेता राजेश यादव की हत्या के मामले में उनके साथ रहे दोस्त डॉ. मुकुल सिंह शक के घेरे में हैं। पत्नी ने भी कहा है कि रात को हत्या के ठीक पहले उनके पति डॉ. मुकुल सिंह के साथ ही थे। उन्होंने खुद फोन पर बात की थी और मुकुल सिंह ने भी कहा था कि वो उन्हीं के साथ हैं। पत्नी ने हमले में डॉक्टर को जरा सी खरोंच तक न आने पर भी सवाल उठाए हैं, आरोप लगाया है कि वही उनके पति को जबरदस्ती ताराचंद छात्रावास ले गए। पुलिस अब इस मामले में छनबीन में जुटी है और डॉ. मुकुल सिंह से भी पूछताछ की तैयारी है।
IMAGE CREDIT: Patrika राजेश इलाहाबाद के सिविल लाइंस इलाके में कम्पनी बाग के पीछे हरितकुंज अपार्टमेंट में रहते थे। डॉ. मुकुल सिंह का भी वहीं अपना निजी नर्सिंग होम है। डॉ. मुकुल शहर के प्रतिष्ठित परिवार से हैं। हालांकि उनके नर्सिंग होम को लेकर अक्सर विवाद सामने आते रहते हैं। राजेश की पत्नी के मुताबिक डॉ. मुकुल राज नर्सिंग होम के मालिक और राजेश देर रात ताराचंद हॉस्टल में किसी से मिलने गए थे। देर रात राजेश को फोन किया तो उन्होंने बताया की वह डॉक्टर के साथ राज नर्सिंग होम में हैं। पत्नी का दावा है कि राजेश के हाथ से मुकुल ने फोन ले लिया और यह कहा कि मैं राजेश को शराब पिला रहा हूं, लेकिन वह पी नहीं रहे। उसके बाद ही फोन ऑफ़ हो गया। लगभग 2.30 बजे रात को ताराचंद्र हॉस्टल में किसी से उनका विवाद हुआ, जिसके बाद उनपर हमला हुआ और उन्हें गोली मार दी गयी। गोली पेट में लगी जिससे राजेश गंभीर रूप से जख्मी हो गए। डॉक्टर मुकुल जख्मी हालत में उन्हें राज नर्सिंग होम ले गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक बसपा नेता की गाड़ी में भी कुछ खोखे मिले और गाड़ी पर पीछे से ईंट पत्थर भी मारे गए थे।
IMAGE CREDIT: Patrikaतो केवल राजेश यादव को ही क्यों आयीं चोटें राजेश यादव की हत्या के बाद डॉक्टर मुकुल सिंह संदेह के घेरे में हैं। राजेश की पत्नी ने आरोप लगाया है कि जब दोनों एक ही गाड़ी में थे तो केवल राजेश को ही चोटें क्यों आयीं और गोली लगी, जबकि डॉ. मुकुल को खरोंच तक नहीं आयी। उनका कहना है कि डॉक्टर मुकुल ने अपने नर्सिंग होम में बिठाकर जबरदस्ती राजेश को शराब पिलाई और ताराचंद हास्टल ले गए। बकौल राजेश यादव की पत्नी दोनों में व्यापारिक संबंध थे, इसलिए दोनों का उठना बैठना होता था। आपको बता दें कि जिस अपार्टमेंट में राजेश यादव रहते थे उसके एक मकान के बाद ही डॉक्टर मुकुल सिंह का अपना नर्सिंग होम है। जैसे ही राजेश के समर्थको को यह पता चला की राजेश यादव की मौत हो गई है। भदोही से लेकर स्थानीय समर्थक और रिश्तेदार जुटने लगे।
IMAGE CREDIT: Patrikaबड़ा सवाल हॉस्टल क्यों गए थे राजेश यादव मारे गए बसपा नेता राजेश यादव भदोही के दुगुना गांव के रहने वाले थे। अपने क्षेत्र में राजेश का काफी रसूख था। वह बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के घोर प्रतिद्वंदी माने जाते थे। 2017 में ज्ञानपुर विधानसभा से बसपा के बैनर पर बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ विधायकी का चुनाव लड़ चुके थे। वह बसपा के ज्ञानपुर विधानसभा प्रभारी भी थे। हालांकि अभी उनकी हत्या के पीछे किसी राजनीतिक रंजिश की बात सामने नहीं आ रही है।
IMAGE CREDIT: Patrika राजेश यादव को सोमवार की देर उस समय गोली मारी गई जब वह अपने कारोबारी मित्र डॉक्टर मुकुल सिंह के साथ फार्च्यूनर कार से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ताराचंद हॉस्टल गए थे। हत्या के बाद एक बड़ा सवाल जिसका जवाब अब तक नहीं मल सका है वह ये है कि राजेश डॉ. मुकुल के साथ हास्टल क्यों गये थे। इन दिनों विवि में छात्रसंघ चुनाव चल रहा है। और तारा चन्द्र हॉस्टल में एक अध्यक्ष प्रत्याशी सहित एक महामंत्री का चुनाव कार्यालय बनाया गया है।