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प्रयागराज

पैंतीस गायों के एक साथ मरने का मामला पंहुचा मुख्यमंत्री के दरबार में,जांच कमेटी गठित

ग्रामीणों का दावा लापरवाही से हुई गौवंश की मौत

प्रयागराजJul 12, 2019 / 06:01 pm

प्रसून पांडे

up yogi sarkar

cows death

प्रयागराज। जिले के फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के कांदी गांव में सरकारी गौशाला में 35 गायों की मौत से हड़कम्प मचा है। मामला मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंच गया है। ग्राम प्रधान और जिला प्रशासन का दावा है कि आकाशीय बिजली गिरने से गायों की मौत हुई है। लेकिन ग्रामीण ग्राम प्रधान और प्रशासन के दावों पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं मृत गायों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उन्हें दफनाने की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। जबकि बची गायों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं पूरे मामले में जिलाधिकारी बी सी गोस्वामी ने एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में एक दो सदस्यीय टीम गठित कर तीन दिन में जांच रिपोर्ट तलब कल ली है। जबकि शासन की ओर से भी एक जांच टीम मौका मुआयना करने के लिए गठीत की जा चुकी है।।

गौवंशीय पशुओं का संवर्धन और संरक्षण सीएम योगी की प्राथमिकताओं में शामिल है और यही वजह है कि प्रदेश भर में गौशालाओं का भी निर्माण कराया गया है। इसी के तहत फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में बहादुरपुर ब्लाक के कांदी गांव में भी 19 जनवरी 2019 को एक अस्थायी गौशाला का निर्माण तालाब की पांच बीघे दस विस्वा जमीन पर कराया गया है। लगातार बारिश सो गौशाला में काफी जल भराव हो गया और गुरुवार को लोगों को यह जानकारी मिली की गौशाला में 35 गायों की मौत हो गयी है। एक साथ 35 गायों की मौत की सूचना पर हड़कम्प मच गया। जिसके मौके के लिए अफसर भी भागे। ग्राम प्रधान और जिला प्रशासन के मुताबिक आकाशीय बिजली गिरने से ही गायों की मौत हुई है। उन्होंने गौशाला में किसी भी लापरवाही की बात से इंकार किया है और कहा है कि गायों के लिए गौशाला में पर्याप्त चारे और पानी का भी इंतजाम किया गया था। इस मामले में कुछ ग्रामीण ग्राम प्रधान और जिला प्रशासन के दावों को गलत बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आकाशीय बिजली नहीं गिरी है। अपनी लापरवाही छिपाने के लिए ग्राम प्रधान और प्रशासन के अधिकारी मामले की लीपापोती में जुटे हुए हैं। वहीं गौ वंशीय पशुओं की मौत पर मौके पर पहुंचे विश्व हिन्दू परिषद ने भी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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वहीं पूरे मामले में जिलाधिकारी बी सी गोस्वामी का कहना है कि गायों के लिए गौशाला में चारे और पानी का पर्याप्त इंतजाम किया गया था। लेकिन प्रथम दृष्टया आकाशीय बिजली गिरने से ही गायों की मौत की बात सामने आ रही है। डीएम के मुताबिक इस मामले की जांच के लिए एडीएम प्रशासन और फूलपुर एसडीएम की दो सदस्यीय जांच टीम गठित कर उन्हें तीन दिन में जांच पूरी करने का भी आदेश दिया गया है। जिलाधिकारी के मुताबिक बची गायों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है और उनके लिए चारे और पानी का इंतजाम भी कराया जा रहा है। डीएम के मुताबिक पूरे मामले में यदि किसी भी व्यक्ति की लापरवाही पायी जाती है तो कार्रवाई भी की जायेगी।

वहीं गौशाला में मृत गायों का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें तालाब के ही किनारे एक हिस्से में जेसीबी मशीनों से गढ्ढे खोदकर दफना दिया गया है। गौ शाला में सुरक्षित बची गायों को जिलाधिकारी के निर्देश पर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है। गायों को एक बाड़े में रखा गया है। इसके साथ ही उनके लिए चारे और पानी का भी ग्राम प्रधान द्वारा इंतजाम कराया जा रहा है। बारिश से गौ वंशीय पशुओं को बचाने के लिए टीन शेड के अस्थायी बाड़े भी तैयार कराये जा रहे हैं। प्रयागराज की सरकारी गौशाला में 35 गायों की मौत का मामला अब सीएम योगी के दरबार तक पहुंच गया है। जिसके बाद शासन के निर्देश पर एक जांच भी गौशाला का निरीक्षण करने के लिए टीम गठित की गई है। देखना है कि शासन और प्रशासन की जांच रिपोर्ट में गायों की मौत को लेकर क्या वजह सामने आती है और सरकार इसमें क्या कार्रवाई करती है

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