संगम नगरी इलाहाबाद में 2019 में भव्य कुंभ मेले का आयोजन होना है। कुंभ मेले को और आकर्षक और श्रद्धालुओं के लिए सुगम बनाने के लिए प्रशासन की ओर से तैयारी तेज कर दी गई है। सड़क, वायु मार्ग से साथ जल मार्ग सेवा भी जल्द ही शुरू होने वाली है। वाराणसी और इलाहाबाद के बीच जल्द ही क्रूज और स्टीमर सेवा प्रारंभ करने की तैयारी है। कुंभ से पहले इलाहाबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों से यमुना और गंगा में जल परिवहन प्रारंभ किया जाएगा। प्रयोग के तौर पर माघ मेले में शुरू करने की तैयारी है।
कुम्भ को
ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण की ओर से दोनों नदियों का भौतिक सर्वे पूरा कर लिया गया है। यमुना में परिवहन के लिए पर्याप्त पानी है लेकिन गंगा में दिसम्बर में पानी की उपलब्धता हो पाएगी। सचिव ने बताया कि पहले से ही गंगा को वाराणसी से हल्दिया के बीच गंगा में माल परिवहन का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए वाराणसी के राम नगर में एक बड़े हब का निर्माण किया जा रहा है। जिसका निर्माण मार्च 2019 तक पूरा हो जायेगा। इस तरह स्टेशन से तीन लाक मी.टन, प्रति वर्ष माल की ढुलाई मशीनीत ढंग से बिल्कुल उसी तरह सम्भव होगी जैसे समुद्री बन्दरगाहों मे होती है।
वर्तमान में 1500 से 200 मी.टन का परिवहन किया जा रहा है। इस परिवहन को यात्री परिवहन के रूप में विकसित करते हुए इलाहाबाद प्रशासन के प्रस्ताव पर भारत सरकार वाराणसी से इलाहाबाद के मध्य गंगा में और उसके आगे यमुना में उपलब्ध दूरी तक जल परिवहन प्रारम्भ करने पर विचार कर रही है। जल परिवहन प्रारंभ करने को लेकर हुई बैठक में मण्डलायुक्त ने वाराणसी से क्रूज सेवाओं को गंगा के बाद संगम में आगे कौशाम्बी तक जोड़ने का प्रस्ताव दिया। जिससे जल परिवहन से पटना, सारनाथ और कौशाम्बी को जोड़ा जा सके। इससे इलाहाबाद अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों के आकर्षण और सुविधा का केन्द्र बन सकता है।
मण्डलायुक्त के इस प्रस्ताव पर सचिव ने सहमति व्यक्त की। आगामी कुम्भ को देखते हुए जलमार्ग से हल्दिया के बाद कई उपयुक्त स्थान पर छतनाग तक क्रूज जेटी स्थापित की बात की गई। साथ ही इन स्थानों से वाराणसी और लखनऊ की ओर से आने वाले यात्रियों को जल मार्ग से संगम तक स्नान कराने की फेरी सेवा विकसित कर यात्रियों को सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार फतेहपुर और कौशाम्बी जनपदों के यमुना के निकटवर्ती किनारों से भी कुम्भ के दौरान क्रूज सेवा से संगम तक स्नान कराने एवं वापस लाने की फेरी सेवा विकसित करने पर सहमति बनी है। मण्डलायुक्त ने यह भी प्रस्ताव दिया कि रीवा की तरफ से आने वाले ट्रकों को वाटर वेसेल्स से यमुनापार करवाकर ट्रकों से होने वाले जाम की समस्या को रोका जा सकता है।
इस दौरान जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. ने सामान्य दिनों में भी इस परिवहन सेवा को जारी रखने का प्रस्ताव रखा। ताकि इलाहाबाद आने वाले पर्यटकों को छतनाग से बोट क्लब के बीच त्रिवेणी पुष्प, संगम तथा म्यूजियम का दर्शन कराते हुए त्रिवेणी दर्शन या गंगा दर्शन की सेवा प्रारम्भ की जा सके। इन सेवाओं के लिए प्राइवेट कम्पनियों से उच्च स्तरीय क्रूज, वाटर वेसेल्स और पावर स्टीमर चलवाये जाने पर सहमति बनी।