अब तक के सबसे बड़े भूभाग में बसेगा मेला
कुंभ के बाद होने वाला यह माघ मेला कई मायनों में बेहद विशेष होने जा रहा है। योगी सरकार के निर्देशन में माघ मेले की तैयारियां शुरू हो चुकी है। पहली बार माघ मेले को दो हजार बीघे में बसाए जाने की योजना पर मेला प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। इससे पहले के माघ मेले को 2018 में 1797 बीघे में बसाया गया था।संगम नगरी में अब तक लगे माघ मेले की अपेक्षा इस माघ मेले को बड़े भू-भाग में बसाया जा रहा है। माघ मेला प्रशासन अधिकारी रजनीश मिश्रा के निर्देशन में मेले को स्थापित करने की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। लेकिन बीते दिनों भारी बाढ़ के चलते संगम क्षेत्र के आसपास के इलाकों में अब भी दलदल की स्थिति बनी हुई है। जिसके चलते काम को रफ्तार नहीं दी जा पा रही है। हालांकि मेले में पीपा पुल बनने का काम शुरू हो गया है। साथ ही ऊंचे स्थानों पर चकर्ड प्लेट गिराए जा रहे है।
इस तरह बटेंगे सेक्टर
आगामी माघ मेले को 5 सेक्टरों में बांटा गया है। दारागंज में नाग वासुकी मंदिर के पास से छतनाग क्षेत्र अरैल में तंबुओं की नगरी बसाई जाएगी। सेक्टर एक क्षेत्रफल के लिहाज से सभी सेक्टरों से सबसे ज्यादा बड़ा होगा। इसके अंतर्गत संगम क्षेत्र परेड ग्राउंड का मैदान अरैल क्षेत्र शामिल हैं। वही संगम क्षेत्र से लेकर काली मार्ग तक सेक्टर एक में सम्मिलित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत सभी सरकारी विभागों के कार्यालय कंट्रोल रूम पुलिस लाइन स्थापित कि जाएगी। वही मेला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए रूट मैप के अनुसार सेक्टर एक को छोड़कर सभी सेक्टरों में कल्पवास की व्यवस्था होगी ।सेक्टर दो काली मार्ग से नागवासुकी तक क्षेत्र होगा जबकि 3 , 4 और 5 सेक्टर झूंसी एरिया में लगाया जाएगा। खाक चौक डंडी बाड़ा आचार्य बड़ा कुंभ मेले की तरह झूसी क्षेत्र में ही स्थापित किए जाएंगे ।
बारह हजार लाइट से रौशन होगी रेती
मेला अधिकारी रजनीश कुमार मिश्रा ने बताया कि माघ मेले की तैयारी जोर.शोर से शुरू हो गई है। सभी सेक्टरों में विभागों के काम आवंटित कर दिए जा रहे हैं ।जिन पर जल्द ही अनुपालन होगा। उन्होंने बताया कि माघ मेला स्वच्छ और सुरक्षित होगा। बताया कि माघ मेले में 80 किलोमीटर की चकर्ड प्लेट की सड़कें बनाई जाएंगी। जलापूर्ति के लिए मेला क्षेत्र में 18 नलकूप लगाए जा रहे हैं। कुल 162 किलोमीटर की पाइप लाइन बिछाई जाएगी।मेले में 12,000 एलइडी लाइटिंग होंगी। कुल 20 उप केंद्र रहेंगे। भूले भटके शिविर को हाईटेक किया जा रहा है। मेले में 28 उचित दर की दुकान है और 14 गैस एजेंसी या एलॉट की जा रही है। माघ मेला क्षेत्र में 20 20 बेड के दो चिकित्सालय तीन आयुर्वेदिक तीन होम्योपैथिक 10 प्राथमिक केंद्र व्यवस्थापक किया जाएगा।