इस तरह करेगी टीम काम जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्लान में ग्रामीण क्षेत्रों में टीम में आशा बहने व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अनिवार्य रूप से रखा जाए। डोर टू डोर सर्वे में उन्होंने जनपद स्तरीय अधिकारियों डीपीआरओ और डीपीओ को निर्देशित किया है कि डीपीओ अपने सारे सीडीपीओ के साथ बैठक करके माइक्रो पलान बनवा लें। प्रत्येक टीम में एक आशा एवं एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री रहेगी, ये सभी सीडीपीओ सुनिश्चित करेंगे।
डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया है कि डोर-टू-डोर सर्वे में सहायक पंचायत राज अधिकारी एवं रोजगार सेवक सहयोग करेंगे, जो भी डाटा आयेगा सर्वे के दौरान जो लक्षणयुक्त पाये जायेंगे, उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध करायी जायेगी। जो मरीज गम्भीर रूप से पीड़ित होंगे, उन्हें सम्बंधित टीम अपने अधीक्षक को सूचित करेगी। अधीक्षक उन्हें आगे के लिए रेफर करेंगे।
छुटे काम जल्द हो पूरे डोर-टू-डोर सर्वे में जो भी अभी तक किन्हीं कारणों से छूटे है, उन्हें चिन्हित कर टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। कोविड-19 के लक्षण वाले व्यक्तियों को टीम के द्वारा मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए व कोविड-19 केंद्र में सूचीबद्ध निकटवर्ती जांच केंद्रों के बारे में बताया जाए। सर्वेक्षण टीम द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किया गया स्टीकर लगाया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न संचारी रोगों तथा कोविड-19 संक्रमण के खतरे एवं बचाव के विषय में जागरूकता फैलाने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। चैराहों पर लोगों को भीड़ न लगाने दे और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु जागरूक किया जाए।