लॉक डाउन के दौरान अपने घर जाते हुए महिलाओं ने अधिकारियों को अपनी मांगों का ज्ञापन सौपा। महिलाओं ने ज्ञापन में नागरिकता संशोधन कानून बिल को वापस लेने और एनआरसी ,एनपीआर, को आगे भी जारी रखने की बात कही है। महिलाओं ने अधिकारियों से कहा की कोरोना वायरस के चलते धरने को स्थगित किया जा रहा है,समाप्त नही।
गौरतलब है की कोरोना वायरस के खतरे को सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा निर्देश के मुताबिक़ पूरे शहर को लॉक डाउन किया गया है। प्रशासन की तमाम कोशिशो के बावजूद महिलाएं धरना समाप्त करने व पार्क से हटने को तैयार नही थी। बीती 21 मार्च की देर तक मंसूर अली पार्क में प्रशासन की जद्दोजहद के बाद भी प्रदर्शन समाप्त नही हुआ था।
तमाम कोशिशों के बाद जब प्रदर्शन समाप्त नही हुए तब खुलाबाद पुलिस ने 117 लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। वहीं दूसरा मुकदमा धारा 144 के उल्लंघन के खिलाफ दर्ज किया गया है । महामारी अधिनैयाम के तहत 17 लोगों के खिलाफ नामजद और 100 के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज हुआ है। जबकि 144 के उल्लंघन में 21 के खिलाफ नामजद और 225 के खिलाफ अज्ञात आरोपी बनाये गये है। धारा 144 के उल्लंघन के खिलाफ अटाला चौकी में मुकदमा दर्ज हुआ है। बता दें की 73 दिन धरना स्थागित होने से पुलिस प्रशासन ने बड़ी राहत की सांस ली है । महिलाओं ने भले ही ज्ञापन में आगे फिर प्रदर्शन की बात कही हो फिलहाल महीनों बाद पूराने शहर की आवाम को सुकून मिला होगा ।