
शनिवार की रात शहर में ताजियों का जुलूस निकालते मुस्लिम समाज के लोग।
अलवर. मोहर्रम से एक दिन पूर्व शनिवार की रात को शहर में मातमी धुनों के बीच ताजियों को जुलूस के रूप में शहर के प्रमुख मार्गों से निकाला गया। ताजियों का ये जुलूस देर रात दशहरा मैदान के समीप स्थित कर्बला मैदान पहुंचा। ताजिया कमेटी के अध्यक्ष खुर्शीद खान ने बताया कि एक दिन पहले शनिवार की रात को कत्ल की रात मनाई गई। नंगली मोहल्ला व रोड नंबर दो के ताजियों को पैंक की धुनोंं के साथ मस्जिदों से बाहर लाया गया। दोनों ताजिए भगत सिंह चौक पर आए और यहां से एक साथ अंबेडकर चौराहा होते हुए जेल का चौराहा पर पहुंचें। ताजियों के साथ-साथ जिले के अलग-अलग स्थानों से पैंक की टीम भी मातमी धुन बजाते हुए साथ चल रही थी। इस दौरान यहां पर समाज के लोग मौजूद रहे। रविवार की शाम को कर्बला के मैदान में रस्म-रिवाज के बीच ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। इससे पहले समाज के लोग इनको देखने आएंगे और मन्नत मांगेंगे व प्रसाद चढ़ाएंगे। कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि जगन्नाथजी मेला व चांद की 10 तारीख यानी मोहर्रम एक साथ है। जिसे देखते हुए ताजिया जुलूस एक रात पहले ही निकालने का निर्णया किया है। पिछले साल भी ऐसा ही किया गया था।
Updated on:
06 Jul 2025 12:35 am
Published on:
06 Jul 2025 12:22 am
बड़ी खबरें
View AllAlwar City
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
