रैंकिंग गिरने के ये रहे कारण : स्कूल शिक्षा की रैंकिंग में इस बार शाला दर्पण पर विद्यार्थियों की रैंकिंग अच्छी नहीं रही है। इस कारण दिसम्बर माह की रैंकिंग 28 तक पहुंची। नवम्बर माह की रैंकिंग में अलवर ने 29 वां स्थान हासिल किया और अक्टूबर माह की रैंकिंग 24 रही। बताया जा रहा है कि अलवर के तीन हिस्सों में बट जाने के कारण कई ब्लॉकों में कर्मचारियों का टोटा है। साथ ही नवम्बर और दिसम्बर माह में विधानसभा चुनावों का सिलसिला चला। इससे शिक्षकों की उपिस्थति स्कूलों में कम रही। पैरामीटर में पांच अंक उपिस्थति के दर्ज किए जाते हैं।
ये हैं रैंकिंग के मानक : स्कूली शिक्षा की रैंकिंग के लिए चार श्रेणियां तय की गई हैं। हर श्रेणी के अपने-अपने अंक निर्धारित हैं। शैक्षणिक श्रेणी के 100 अंक, नामांकन के 20 अंक, सामुदायिक सहभागिता के 20 अंक और आधारभूत सुविधाओं के 10 अंक तय हैं। शैक्षणिक श्रेणी के अंकों को 7 बिंदुओं में, नामांकन व सामुदायिक सहभागिता के अंकों को 3-3 बिंदु और आधारभूत सुविधाओं के अंकों को 2 बिंदुओं में बांटा गया है।
अलवर में इस प्रकार है रैंकिंगब्लॉक अंक गोविंदगढ़ 51.99 लक्ष्मणगढ़ 50.92 बहरोड़ 50.09 नीमराणा 49.57 बानसूर 48.11 कठूमर 47.90 उमरैण 47.46 मुंडावर 47.38 रैणी 41.26
थानागाजी 40.90 रामगढ़ 36.76 कोटकासिम 35.83 किशनगढ़बास 32.33 तिजारा 31.82 राजगढ़ 30.83 मालाखेड़ा 28.62
टॉप रैंकिंग वाले जिलेरैंकिंग जिला अंक 1 चूरू 55 2 कोटा 54.06 3 झालावाड़ 53.84
4 हनुमानगढ़ 51.99 5 राजसमंद 51.79 लास्ट रैंकिंग वाले जिले रैंकिंग जिला अंक 28 अलवर 31.08 29 दौसा 30.10 30 टोंक 30.00 31 बाडमेर 29.57 32 जैसलमेर 29.33
33 जयपुर 29.62
स्कूलों को रैंकिंग सुधारने के दिए आदेशअलवर जिले में कई ब्लॉकों में संचालित स्कूलों में अंक कम आए हैं। इसका कारण रैंकिंग गिरी है।जिन ब्लॉकों में अंक कम है उन सभी स्कूलों को आदेश जारी किए गए हैं। अंकों में सुधार किया जाए।
रामेश्वर दयाल मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, अलवर।