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सैटेलाइट अस्पताल में गर्भपात कराना अनाधिकृत, सीएमएचओ ने रोक लगाई

राजकीय सैटेलाइट अस्पताल, काला कुआं में गर्भपात कराने को स्वास्थ्य विभाग ने अनाधिकृत मानते हुए इस पर पूर्णरूप से रोक लगा दी है। इससे पहले यहां नियमित रूप से गर्भपात कराए जा रहे थे। इस संबंध में पिछले दिनों शिकायत मिलने पर विभाग की ओर से जांच कराई गई थी।

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अलवर

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Umesh Sharma

Jul 26, 2024

अलवर.

राजकीय सैटेलाइट अस्पताल, काला कुआं में गर्भपात कराने को स्वास्थ्य विभाग ने अनाधिकृत मानते हुए इस पर पूर्णरूप से रोक लगा दी है। इससे पहले यहां नियमित रूप से गर्भपात कराए जा रहे थे। इस संबंध में पिछले दिनों शिकायत मिलने पर विभाग की ओर से जांच कराई गई थी। इसमें 12 सप्ताह के बाद भी गर्भवती महिलाओं के अनाधिकृत रूप से गर्भपात कराने की जानकारी मिली थी। साथ ही अस्पताल में हुए गर्भपात का कोई रिकॉर्ड भी संधारित नहीं मिला था। इस मामले में जांच अधिकारी डिप्टी सीएमएचओ (फैमिली वेलफेयर ) डॉ. केके मीणा की सिफारिश पर सीएमएचओ डॉ. योगेन्द्र शर्मा ने अस्पताल पर गर्भपात कराने पर पूरी तरह से रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं।

विशेषज्ञ चिकित्सक भी नहीं

सैटेलाइट अस्पताल, काला कुआं में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं होने के कारण अभी सामान्य प्रसव की सुविधा ही उपलब्ध कराई जा रही है। जबकि हाई रिस्क वाले मरीजों को रेफर किया जाता है, लेकिन यहां नियमित रूप से अवैध रूप से गर्भपात कराए जा रहे थे। स्वास्थ्य विभाग की जांच में भी इसकी पुष्टि हो चुकी है। जानकारी के अनुसार अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, शल्य चिकित्सक, निश्चेतन विशेषज्ञ और जनरल फिजिशियन चिकित्सक भी उपलब्ध नहीं है। साथ ही ऑपरेशन थिएटर और ब्लड स्टारेज यूनिट भी संचालित नहीं है। ऐसे में गर्भपात के दौरान आपातकालीन परिस्थितियां उत्पन्न होने पर मरीज की जान का जोखिम भी बना हुआ था। इसको देखते हुए भी अस्पताल में गर्भपात और एमटीपी पर पूर्णतया रोक लगाने का निर्णय किया गया है।

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सैटेलाइट अस्पताल में 12 सप्ताह के बाद भी अनाधिकृत रूप से गर्भपात कराने की शिकायतें मिली थी। यहां अभी विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध नहीं है। इसके कारण मरीज की पूरी तरह से देखभाल कर पाना भी संभव नहीं है। शहर में दूसरा बड़ा सरकारी अस्पताल संचालित है। ऐसे में डिप्टी सीएमएचओ (फैमिली वेलफेयर ) की सिफारिश पर यहां गर्भपात व एमटीपी पर पूर्णतया रोक लगाई गई है।

डॉ. योगेन्द्र शर्मा, सीएमएचओ, अलवर