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अलवर

नगर पालिका इतिहास: तब चुनाव में हारे प्रत्याशी को जीते पार्षद ने त्यागपत्र देकर जिताया उप चुनाव

अलवर. जिले में हुए पूर्व में नगर पालिका चुनाव में कई रोचक घटनाएं भी हुई। वर्ष 1939 में पार्षद चुनाव में प्रजामंडल नेता व अलवर चैम्बर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष नत्थूराम मोदी ने बाबू शोभाराम को हरा दिया।

अलवरDec 08, 2020 / 12:13 am

Prem Pathak

नगर पालिका इतिहास: तब चुनाव में हारे प्रत्याशी को जीते पार्षद ने त्यागपत्र देकर जिताया उप चुनाव

नगर पालिका इतिहास: तब चुनाव में हारे प्रत्याशी को जीते पार्षद ने त्यागपत्र देकर जिताया उप चुनाव

अलवर. जिले में हुए पूर्व में नगर पालिका चुनाव में कई रोचक घटनाएं भी हुई। वर्ष 1939 में पार्षद चुनाव में प्रजामंडल नेता व अलवर चैम्बर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष नत्थूराम मोदी ने बाबू शोभाराम को हरा दिया। फिर बाबू शोभाराम के कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने पर पार्षद मोदी ने अपने वार्ड से इस्तीफा देकर उपचुनाव में शोभाराम को पार्षद बनवाया, जो कि 1948 में मत्स्य संघ के प्रधानमंत्री बने। बाद में सांसद, विधायक, राज्य मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री, नगर सुधार न्यास के अघ्यक्ष बने। वर्ष 1945 में दोबारा नगर परिषद, नगर पािलका, मंडल के चुनाव हुए। जिसमें अलवर नगर परिषद के प्रथम गैर सरकारी अध्यक्ष निर्वाचन से लाला काशीराम गुप्ता, राजगढ़ नगर पालिका के भवानी सहाय शर्मा (बाद में विधायक बने), तिजारा नगर पालिका के अध्यक्ष एडवोकेट कृपादयाल माथुर चुने गए। 25 अप्रेल 1946 को लाला काशीराम ने परिषद अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने परिषद अध्यक्ष पद से त्यागपत्र पूर्व रियासतकाल के अधिकारियों व मंत्रियों के घर नगर परिषद से सफाई कर्मचारियों के कार्य करने के विरोध स्वरूप दिया। लाला काशीराम का मानना था कि सफाई कर्मचारियों का वेतन व भत्ता नगर परिषद को वहन करना पड़ता है और काम अधिकारियों के घर करते हैं। उन्होंने अधिकारियों व पूर्व रियासतकालीन मंत्रियों से सफाई कर्मचारियों के वेतन भत्तों की भरपाई नगर परिषद को कराने के लिए प्रस्ताव पास कर नोटिस भेजा, लेकिन पूर्व रियासत के बड़े अफसरों की कान पर जूं तक नहीं रेंगी। इसके विरोध में लाला काशीराम ने त्यागपत्र दे दिया। वर्ष 1947-48 में देश का विभाजन हुआ, वहीं रियासत का विलय 6 फरवरी 1948 को हुआ और मत्स्य संघ का कार्यकाल मार्च 1948 से 15 मई 1949 तक रहा। अलवर नगर परिषद में 1949 में अध्यक्ष पर बद्रीप्रसाद गुप्ता का मनोनयन किया गया। वहीं राजगढ़ में भवानीसहाय शर्मा, तिजारा में घासीराम गुप्ता को अध्यक्ष बनाया गया।
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