पीडब्ल्यूडी व यूआईटी के अधिकारियों का कहना है कि रामगढ़ रोड से ट्रैफिक का दबाव कम करके ही दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। जिसके दो ही विकल्प हैं। पहला रामगढ़ रोड को डिवाइडर सहित फोर लेन बनाया जाए। दूसरा अद्र्ध बाइपास बनाया जाए। जो एक तरह से मास्टर प्लान में प्रस्तावित हैं। इन दोनों में से अब सरकार रामगढ़ रोड को फोर लेन बनाने जा रही हैं लेकिन, फोरलेन बनाने की जरूरत पिछले करीब सात सालों से थी। इस बीच इस रोड पर सैकड़ों लोगों की मौत व गंभीर घायल हो चुके हैं।
अभी जरूरत अतिक्रमण हटाने की फिलहाल इस रोड से अतिक्रमण हटाने की तुरंत जरूरत है। ताकि कुछ राहत मिल सके। बख्तल की चौकी तक अनेक जगहों पर बड़े अतिक्रमण है। तीन दिन यूआईटी ने अतिक्रमियों को समझाइश कर अतिक्रमण हटाने को कहा है। लेकिन अब कार्रवाई की तयारी है।
आज से अतिक्रमण हटेगा जिला कलक्टर इन्द्रजीत सिंह ने 23 एवं 24 जुलाई को हनुमान सर्किल से बख्तल की चौकी तक अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए हैं। जिसके तहत कानून व्यवस्था के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत को मौका मजिस्ट्रेट एवं तहसीलदार अलवर पिंकी गुर्जर को सहायक मौका मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है।
बजट का टोटा सूर्य नगर से बख्तल की चौकी तक मास्टर प्लान वाले रोड बजट अभाव में अटके पड़े हैं। न यूआईटी के पास इतना बजट है न सरकार ने कोई कदम बढ़ाया है। तूलेड़ा रोड से गोलेटा व बहाला होते हुए अलग से रोड बनाया जाए तो रामगढ़ रोड का ट्रैफिक आधा ही रह जाएगा।