टोल प्रबंधक गजेन्द्र शर्मा ने बताया कि भिवाड़ी एसपी अमनदीप कपूर रोजाना की तरह टोल से निकल रहे थे, उस समय टोल पर थोड़ी भीड़ थी।
इस पर एसपी अमनदीप कपूर को गुस्सा आ गया और टोल पर ड्यूटी कर रहे सभी कर्मचारियों को थाने ले चलने के आदेश दे दिए। कुछ देर बाद शाहजहांपुर व नीमराणा पुलिस टोल प्लाजा पहुंची। पुलिसकर्मियों ने बिना पूछताछ किए टोलकर्मियों को शाहजहांपुर थाने में बंद कर दिया। किसी भी गिरफ्तार टोलकर्मी के परिजनों को भी सूचित नहीं किया गया। पुलिस ने 8 टोलकर्मियों को नीमराणा एसडीएम रामसिंह राजावत के यहां पेश किया। उन्होंने पुलिस के इस्तगासे पर आठों कर्मचारियों को जेल भेज दिया।
थानेदार का यह तर्क इस मामले पर शाहजहांपुर थानाधिकारी सुरेन्द्र रावत का कहना है कि टोल प्लाजा की इमरजेंसी लेन में टोल प्रबंधकों ने एक पत्थर टेड़ा करके लगाया हुआ है। इससे अक्सर जाम के हालात पैदा हो जाते हैं। इमरजेंसी लेन से कई वीआईपी गुजरते हैं। अक्सर जाम के हालातों से परेशानी होती है। टोल कम्पनी को इस बारे में कई बार समझा चुके हैं।
पुलिस अधीक्षक के वाहन को छूट नहीं बता दें कि टोल पर एम्बुलेंस, सेना, नेवी, अद्र्धसैनिक बल के साथ पुलिस बल को ले जा रहे वाहन को टोल पर छूट दी जाती है, लेकिन पुलिस अधीक्षक के वाहन को यह छूट नहीं है। इस मामल पर भिवाड़ी एसपी अमनदीप सिंह कपूर का कहना है कि कई बार हाइवे टोल संचालकों को कहा है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया, लोगों को परेशानी होती है। आज ऐसे ही मामले की कार्रवाई की गई है।