इसके बाद बसंती ने अच्छी किस्म के बीज लेकर नर्सरी लगाकर पौध तैयार की। उसके बाद पौध को खेत में लगाकर ड्रिप पद्धति से ङ्क्षसचाई कर पानी की बचत की। पहली तुडाई फरवरी में शुरू की और 80 रूपए किलो का भाव मिला। रोजाना एक ङ्क्षक्वटल से अधिक मिर्च तुडाई की जा रही है। वर्तमान में भी लगभग 1 ङ्क्षक्वटल मिर्च निकल रही है। जिसका रेट 35 से 40 रूपए किलो का भाव मिल रहा है। इससे महिलाओं को रोजगार भी मिला है।