किसान महापड़ाव में जनप्रतिनिधियों की बढ़ रही भागीदारी, महिलाएं कर रही प्रदर्शन
राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर बढ़ी हलचल
अलवर•Jan 08, 2021 / 02:13 am•
Pradeep
किसान महापड़ाव में जनप्रतिनिधियों की बढ़ रही भागीदारी, महिलाएं कर रही प्रदर्शन
अलवर. शाहजहांपुर में किसान संगठनों द्वारा कृषि बिलों को काले कानून करार दिया जाकर आंदोलन की राह पर उतरे किसानों का प्रदर्शन राजस्थान की और से शुरू हुए 38वें दिन व हाइवे पर पड़ाव डाले जाने के 28वें दिन भी किसानों का आंदोलन मजबूती की और कदम बढाता लग रहा है। किसानों के विभिन्न संगठनों में एकजुटता बनाये रखने के साथ केन्द्र सरकार के विरूद्ध किसानों के हक की लड़ाई लडऩे को लेकर शाहजहांपुर बॉर्डर पर संयुक्त मोर्चा का गठन कर सात सदस्यों की समन्वय समिति बनाई गई। आंदोलन के दिनों दिन बढऩे से किसानों की हताशा की बजाय बढ़ता देख कांग्रेस पार्टी भी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने में बढ़ोतरी की राह पर चल पडी है। जिसके नतीजन 5 जनवरी को एनएसयूआई छात्र संगठनों द्वारा साइकिल रैली के माध्यम से किसान सभा स्थल पर समर्थन देने की अपील, 6जनवरी को खाजूवाला विधायक गोविन्द मेघवाल के साथ गाडियों के काफिले के साथ पहुंचना। गुरुवार को केन्द्र सरकार में मंत्री रही कुमारी शैलजा, रेवाडी विधायक चिरंजीव राव, बावल विधायक रहे एमएल रंगा, पूर्व डीजीपी सवाईङ्क्षसह ने सभा स्थल पहुंच किसानों के आंदोलन में कांग्रेस की सक्रिय भागीदारी को आगे बढाने का काम किया है।
महिलाओं ने ट्रैक्टर परेड का किया रिहर्सल
शाहजहांपुर. संयुक्त मोर्चा किसान संगठन की और से 26 जनवरी को दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे महापड़ाव से एक साथ महिलाओं के नेतृत्व में ट्रैक्टर परेड़ दिल्ली में करने के ऐलान किया है। इसको लेकर शाहजहांपुर बॉर्डर पर भी महिला किसानों ने ट्रैक्टर पर सवार होकर कृषि बिलों के विरोध को लेकर प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर परेड का रिहर्सल किया।
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