सरिस्का में पिछले दिनों बाघिन एसटी-10 के शावकों के जन्म देने की चर्चा रही। वन्यजीव प्रेमियों का कहना था कि बाघिन ने जून माह के पहले सप्ताह में संभवत: शावकों को जन्म दिया था और अब तक ये शावक न तो दिखाई दिए और न ही कैमरा ट्रैप में ही आए। हालांकि सरिस्का प्रशासन ने बाघिन के शावकों को जन्म देने की पुष्टि नहीं की है।
sariska cub missing news बाघ के आने से शावकों को खतरे की आशंका जानकारों के अनुसार जून माह के पहले सप्ताह में बाघिन ने शावकों को जन्म दिया, इसके कुछ दिन बाद ही बाघ एसटी-13 बाघिन के पास पहुंच गया और करीब एक सप्ताह तक वहीं रहा। संभवत: इस दौरान या तो बाघ ने शावकों का शिकार कर दिया या फिर बाघ से दूर रखने के प्रयास में बाघिन इस दौरान शावकों तक नहीं पहुंच पाई। इस कारण शावकों की भूख से मौत हो गई।
शावकों को जन्म देने की जगह क्रिटिकल
सूत्रों के अनुसार इस बार बाघिन ने जहां शावकों को जन्म दिया, वह सरिस्का का क्रिटिकल क्षेत्र माना जाता है। इस कारण शावकों के जिंदा होने पर सवालिया निशान लग रहा है। वहीं बाघ का बाघिन के क्षेत्र में पहुंचना भी शावकों के लिए खतरा भरा माना गया। यही कारण है कि अब वन्यजीव क्षेत्र से जुड़े लोग भी सरिस्का में शावकों के अस्तित्व को नकारने लगे हैं।
बाघिन के भी नहीं दिख रहे साक्ष्य जानकारों का कहना है कि सरिस्का में बाघिन एसटी-10 के निपल भी अब दिखाई नहीं पड़ रहे। इससे यही अंदाजा है कि अब शावक नहीं है। यदि शावक होते तो बाघिन के निपल दिखाई देते।
सरिस्का प्रशासन भी कर चुका तलाश बाघिन एसटी-10 के शावकों को जन्म देने की चर्चा के बाद सरिस्का प्रशासन ने भी बाघिन की टैरिटरी में कई जगह तलाश की, लेकिन शावक के साक्ष्य नहीं मिले। उल्लेखनीय है कि सरिस्का में बाघिन एसटी-10 ने पूर्व में भी तीन शावकों को जन्म दिया था, लेकिन बाद में उनकी मौत हो गई। उस दौरान भी शावकों की मौत का कारण बाघ एसटी-13 ही बताया गया था। इस बार फिर शावकों के जन्म की चर्चा के बीच, बाघ एसटी-13 को ही उनकी मौत का कारण माना जा रहा है।