जिप्सी चालकों ने आरोप लगाया कि शनिवार शाम की सफ ारी में जिप्सी चालक से टाइगर एसटी 9 की पार्टी ने टाइगर दिखाने की एवज में रुपयों की मांग की। चालक की ओर से राशि देने से मना करने पर सरिस्का जंगल में काला कुआं वाटर हॉल पर ट्रेकिंग पार्टी के वनकर्मी हेमन्त व कालू ने उसके साथ मारपीट की। वहीं वनकर्मियों का आरोप है कि सफारी का समय खत्म होने के बाद जिप्सी चालक को जंगल से बाहर जाने को कहा गया। इस पर चालक वनकर्मियों से उलझ गया तथा अभद्रता करने लगा। बाद में वनकर्मियों ने चालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। रविवार को चालक को जमानत पर छोड़ दिया गया।
जिप्सी चालकों ने यह आरोप भी लगाए जिप्सी चालकों ने आरोप लगाया कि सरिस्का में ट्रेकिंग पार्टी ने झूठी शिकायत की एवं डीएफ ओ के बुलाने की बात कहकर चालक को घर से बुलवाया। बाद में वनकर्मी जिप्सी चालक को सरकारी बोलेरो में पटक कर थानागाजी की तरफ ले गए और चालक के साथ बेरहमी से मारपीट की। जिसके चलते चालक को अलवर सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सरिस्का अभयारण्य में जिप्सी चालक व गाइडों की ओर से अनिश्चित काल के लिए कार्य का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। वहीं सीताराम, जगदीश, कमलेश, रामकेश, पेमाराम, भीमसिंह, राकेश, सुलतान, पूरणमल व ओमप्रकाश सहित कई जिप्सी चालक धरने पर बैठ गए।