अलवर जिला राजस्थान का सीमावर्ती जिला है। जिसकी सीमाएं हरियाणा और दिल्ली राज्य से लगती हैं। अंतरराज्यीय सीमाएं लगी होने के कारण अपराधी गंभीर अपराध कारित कर हरियाणा, दिल्ली और सीमावर्ती जिले भरतपुर व दौसा में प्रवेश कर जाते हैं। इसी प्रकार हरियाणा, दिल्ली और उत्तरप्रदेश के बदमाशों की घुसपैठ अलवर में बनी रहती है। अलवर जिला साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से अति संवेदनशील जिला है।
थानागाजी गैंगरेप की घटना के बाद थानागाजी आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलवर को क्रिटिकल बताया और पुलिस के लिहाज से अलवर को दो जिले बनाने की बात कहते हुए भिवाड़ी में नया पुलिस अधीक्षक कार्यालय खोलने की घोषणा की थी।
अपराध के कारण अलवर राष्ट्रीय सुर्खियों में रहा पिछले कुछ सालों से अलवर जिला अपराध के कारण राष्ट्रीय सुर्खियों में रहा। यहां पहलू खां मॉब लिंचिंग, रकबर मॉब लिंचिंग, गोतस्करी, फलाहारी गैंग रेप, थानागाजी गैंग रेप जैसे कई बड़े मामले सामने आए, जिससे लगा कि यहां दो पुलिस अधीक्षक लगाने की जरूरत है।
नए जिले में कुल 743 पद होंगे नए जिले में तिजारा को नया वृत बनाने का प्रस्ताव भी है। इसके अलावा भिवाड़ी, किशनगढ़बास, नीमराना और बहरोड सर्किल को नए जिले में शामिल किया जाएगा। नए जिले में पुलिस अधीक्षक का एक, एएसपी के दो, उप अधीक्षक के पांच और पुलिस निरीक्षण के आद सहित कुल 743 पद निर्धारित किए गए हैं।