उच्चाधिकारियों को भेजी गई है।
वर्मा वर्तमान में खेड़ा महमूद में स्कूल व्याख्याता पद पर कार्यरत हैं। बीजवाड़ नरुका में कई शिकायतों के बाद इन्हे यहां लगाया गया। शिकायत झूठी मिलने के बाद मिड -डे मील के आयुक्त ने अलवर के प्रारम्भिक जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा है कि जांच में अनियमितता पाए पर उसे नजर अंदाज करना अव्यवस्थाओं को बढ़ावा देना है जिससे दोषी कर्मचारी का मनोबल और बढ़ता है। अनुशासन बनाए रखने के लिए दोषी कर्मचारी को हतोत्साहित किया जाना आवश्यक है। आप इस प्रकरण में दोषी कर्मचारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें।
इस मामले में स्कूल व्याख्याता देश राज वर्मा का कहना है कि मैने ही पहले शिकायत की थी। लोगों की आत्मा मर गई है। पहले गोरे अंग्रेज थे लेकिन अब काले लोग राज कर रहे हैं। शिक्षकों की आत्मा मर गई है जिन्हें कुछ भी ज्ञान नहीं है। मेरे खिलाफ शिकायत तो होनी थी, मैं इस्तीफा रखके तैयार बैठा हूं। शिक्षा विभाग के शिक्षक मन से काम नहीं कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस के दिन शिक्षक यह नहीं बता सके कि देश किसने आजाद करवाया। यही नहीं जो शिक्षक परीक्षा में नकल करवाते हैं, उन्हें ही पुरस्कार मिलता है। मैं अपनी आंखों से यह देख नहीं सकता।