एसईसीएल के ओपन प्रोजेक्ट कास्ट प्रोजेक्ट के रोडसेल में चलने वाली गाडिय़ों से लगातार अवैध वसूली की शिकायत मिल रही थी। पिछले 10 महीने में एसईसीएल प्रबंधन, पुलिस प्रशासन से अवैध वसूली की शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। बावजूद आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
11 सदस्यीय गिरोह है शामिल
स्टाफ ने यह भी खुलासा किया है कि अवैध उगाही में कुल 11 सदस्यीय गिरोह शामिल है। जो कि प्रतिदिन २ लाख रुपए तक अवैध उगाही करता है। अवैध उगाही के खेल में बड़े स्तर व पहुंच रखने वाले लोगों के शामिल होने की आशंका जताई है।
10 पहिया माल वाहक 2200 रुपए
ट्रेलर वाहन 2700 रुपए
यह है अवैध वसूली का गणित
चिरिमिरी ओपन कास्ट से रोड सेल में कोयला निर्यात ट्रक के माध्यम से कराया जाता है। कोल मुख्यालय से कोयला की मात्रा की नीलामी की जाती है। इससे ठेकेदार दर प्रस्तुत कर कोयला डीओ हासिल कर ट्रक लगाकर तय समय-सीमा में कोयला परिवहन करता है। ठेका हथियाने के बाद कोयले का काला खेल शुरू होता है।
यह है नियम
कोयला उत्खनन प्रतिबंधित क्षेत्र होता है और प्राइवेट गाडिय़ों के प्रवेश करने पर कुछ विशेष नियम-कायदे बनाए गए हैं। इसमे कोयला लदान के लिए गेट से अंदर प्रवेश करने वाले वाहनों को खाली गाड़ी तौल किया जाता है और तय समय-सीमा में वाहनों का प्रवेश सूर्यास्त के बाद मेन गेट से निकासी प्रतिबंधित है।
नहीं मिली लिखित शिकायत
शिकायत के आधार पर कई बार मौके की जांच की गई है, लेकिन आज तक कोई तथ्य नहीं मिले हैं। ऐसी शिकायतों पर मेरी खुद की नजर निरंतर बनी हुई। रही बात अवैध वसूली की, तो एक भी व्यक्ति द्वारा आज तक लिखित शिकायत नहीं की गई है। लिखित शिकायत पर मैं स्वयं कार्रवाई करूंगा, चाहे वह कोई भी हो।
के सामल, मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल चिरिमिरी
कभी नहीं मिली शिकायत
अभी तक ऐसी एक भी शिकायत नहीं मिली है। जब से मेरी पदस्थापना हुई। इस कार्य पर हमारी पैनी नजर बनी हुई है। कार्य स्थल पर एक भी बाहरी व्यक्ति की उपस्थिति नहीं रहती है। ऐसी एक भी शिकायत पर कठोर कार्रवाई होगी।
विनीत दुबे, थाना प्रभारी चिरिमिरी
पत्रिका व्यू
स्थानीय प्रशासन अवैध उगाही रोकने नाकाम?
एसईसीएल चिरिमिरी के ओपन कोयला खदान से कोयला परिवहन करने वाली माल गाडिय़ों से अवैध उगाही करने करीब 10 महीने से 11 सदस्यीय गिरोह सक्रिय है। जो कि हर गाड़ी से रोज 2 हजार से अधिक राशि वसूली करता है। खदान से रोज 100 गाडिय़ां कोयला लोड कर निकलती है। इससे प्रतिदिन 2 लाख और हर महीने में 60 लाख से अधिक की राशि अवैध उगाही होती है।