scriptपत्रिका स्टिंग : 10 महीने की काली कमाई से 11 दबंग ऐसे बन गए करोड़पति- See Video | 11 people became millionairs from black earning in last 10 month | Patrika News
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पत्रिका स्टिंग : 10 महीने की काली कमाई से 11 दबंग ऐसे बन गए करोड़पति- See Video

7.50 करोड़ की कर डाली अवैध कमाई! चिरिमिरी ओपन कास्ट प्रोजेक्ट से निकलने वाली गाडिय़ां से हर महीने 75 लाख वसूली

अंबिकापुरDec 26, 2017 / 02:53 pm

rampravesh vishwakarma

SECL

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बैकुंठपुर/चिरिमिरी. सरगुजा पत्रिका टीम की स्टिंग ऑपरेशन में एसईसीएल चिरिमिरी के ओपन कास्ट प्रोजेक्ट से कोयला परिवहन करने वाले माल गाडिय़ों से हर दिन 2200-2700 रुपए काली कमाई का मामला सामने आया है। इसमें 11 सदस्यीय गिरोह सक्रिय है और प्रतिदिन करीब 100 मालवाहक से 2 लाख वसूली करता है। पिछले 10 महीने में इस गिरोह द्वारा करीब 7.50करोड़ अवैध वसूली करने का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में गिरोह का हर सदस्य पिछले 10 महीने में ही करोड़पति बन गया है।

एसईसीएल के ओपन प्रोजेक्ट कास्ट प्रोजेक्ट के रोडसेल में चलने वाली गाडिय़ों से लगातार अवैध वसूली की शिकायत मिल रही थी। पिछले 10 महीने में एसईसीएल प्रबंधन, पुलिस प्रशासन से अवैध वसूली की शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। बावजूद आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
Coal loaded vehicle
मामले में पत्रिका की टीम के स्टिंग ऑपरेशन में एसईसीएल के एक वरिष्ठ स्टाफ ने प्रतिदिन एक मालगाड़ी से 2 हजार रुपए अवैध उगाही करने की बात को स्वीकार की है। कॉलरी के वरिष्ठ स्टाफ ने पत्रिका के वीडियो कैमरे में अवैध उगाही करने वाले गिरोह के 3 सदस्य के नाम, उगाही के तरीके, दांव-पेंच और गणित की बारीकी से जानकारी मुहैय्या कराई है।

11 सदस्यीय गिरोह है शामिल
स्टाफ ने यह भी खुलासा किया है कि अवैध उगाही में कुल 11 सदस्यीय गिरोह शामिल है। जो कि प्रतिदिन २ लाख रुपए तक अवैध उगाही करता है। अवैध उगाही के खेल में बड़े स्तर व पहुंच रखने वाले लोगों के शामिल होने की आशंका जताई है।
अवैध वसूली की इतनी राशि निर्धारित (प्रतिदिन)
10 पहिया माल वाहक 2200 रुपए
ट्रेलर वाहन 2700 रुपए


यह है अवैध वसूली का गणित
चिरिमिरी ओपन कास्ट से रोड सेल में कोयला निर्यात ट्रक के माध्यम से कराया जाता है। कोल मुख्यालय से कोयला की मात्रा की नीलामी की जाती है। इससे ठेकेदार दर प्रस्तुत कर कोयला डीओ हासिल कर ट्रक लगाकर तय समय-सीमा में कोयला परिवहन करता है। ठेका हथियाने के बाद कोयले का काला खेल शुरू होता है।
ट्रांसपोर्टर्स ट्रक लेकर डीओ होल्डर के पास जाता है और डीओ होल्डर अपना निर्धारित कमीशन तय कर ट्रक को कोयला लदान के लिए अधिकृत स्थान पर भेजता है। जहां से अधिकृत वाहन कोयला लदान कर कांटे में वजन कराकर गेटपास पर्ची लेकर बाहर आते है। इसके बाद निर्धारित स्थान में भेजने के लिए डीओ होल्डर के कर्मचारी द्वारा ट्रक चालक को परिवहन पर्ची सौंपा जाता है।
इस दौरान 10 पहिया वाहनों से 2200 रुपए, टे्रलर से 2700वसूलने की जानकारी मिली है, जो कि नियम विरुद्ध है। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि प्रति टन 25 रुपए फिक्स किया गया है।

यह है नियम
कोयला उत्खनन प्रतिबंधित क्षेत्र होता है और प्राइवेट गाडिय़ों के प्रवेश करने पर कुछ विशेष नियम-कायदे बनाए गए हैं। इसमे कोयला लदान के लिए गेट से अंदर प्रवेश करने वाले वाहनों को खाली गाड़ी तौल किया जाता है और तय समय-सीमा में वाहनों का प्रवेश सूर्यास्त के बाद मेन गेट से निकासी प्रतिबंधित है।
प्रत्येक डीओ होल्डर की एक-एक गाड़ी को ही अंदर प्रवेश दिया जाना और अंदर के वाहनों को कोयला लोड कर वापसी तक अन्य किसी अन्य वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। वाहन में केवल चालक का प्रवेश, अन्य लोगों की एंट्री में रोक, लोड गाडिय़ों में तिरपाल बांधा जाना, परिवहन पर्ची संबंधित डीओ होल्डर के ऑफिस से प्राप्त किया जाना है।

नहीं मिली लिखित शिकायत
शिकायत के आधार पर कई बार मौके की जांच की गई है, लेकिन आज तक कोई तथ्य नहीं मिले हैं। ऐसी शिकायतों पर मेरी खुद की नजर निरंतर बनी हुई। रही बात अवैध वसूली की, तो एक भी व्यक्ति द्वारा आज तक लिखित शिकायत नहीं की गई है। लिखित शिकायत पर मैं स्वयं कार्रवाई करूंगा, चाहे वह कोई भी हो।
के सामल, मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल चिरिमिरी

कभी नहीं मिली शिकायत
अभी तक ऐसी एक भी शिकायत नहीं मिली है। जब से मेरी पदस्थापना हुई। इस कार्य पर हमारी पैनी नजर बनी हुई है। कार्य स्थल पर एक भी बाहरी व्यक्ति की उपस्थिति नहीं रहती है। ऐसी एक भी शिकायत पर कठोर कार्रवाई होगी।
विनीत दुबे, थाना प्रभारी चिरिमिरी

पत्रिका व्यू
स्थानीय प्रशासन अवैध उगाही रोकने नाकाम?
एसईसीएल चिरिमिरी के ओपन कोयला खदान से कोयला परिवहन करने वाली माल गाडिय़ों से अवैध उगाही करने करीब 10 महीने से 11 सदस्यीय गिरोह सक्रिय है। जो कि हर गाड़ी से रोज 2 हजार से अधिक राशि वसूली करता है। खदान से रोज 100 गाडिय़ां कोयला लोड कर निकलती है। इससे प्रतिदिन 2 लाख और हर महीने में 60 लाख से अधिक की राशि अवैध उगाही होती है।
इधर एसईसीएल प्रबंधन, पुलिस व प्रशासन वसूलीबाजों पर निगरानी करने का दावा कर रहे हंै और कार्रवाई करने की ताक में हैं। वहीं अवैध वसूली की बात स्वयं खदान के कुछ वरिष्ठ स्टाफ ने स्वीकार किया है। इसमें बड़े-बड़े लोगों के संलिप्त होने की बात कही है। लेकिन पिछले 10 महीने से अवैध उगाही को देखकर ऐसा लग रहा है कि स्थानीय प्रशासन गोरखधंधे को रोकने में नाकाम है?
अवैध रूप से इतनी बड़ी राशि वसूली जा रही है। इतनी राशि से चिरिमिरी का कायाकल्प हो सकता है? अवैध उगाही को रोकने के लिए एसईसीएल, पुलिस व प्रशासन को संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई अभियान चलाने की जरूरत है।

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