गौरतलब है कि प्रदेश भर के आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत कार्यकर्ता और सहायिका अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल के काण आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन में काफी परेशानियों का सामना महिला बाल विकास विभाग को करना पड़ रहा है।
इनका प्रमुख मांग कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाए साथ ही नर्सरी शिक्षा उन्नयन को लेकर सरकार से जल्द से जल्द मांग पूरी करने की बात कही गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि चुनाव के पूर्व सरकार ने कहा था कि सरकार बनने के साथ ही आपकी मांगों को पूरा किया जाएगा। बावजूद इसके 4 साल बीत जाने के बाद भी मांगे अब तक पूरी नहीं हो सकी है।
जिसको लेकर अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। अगर इनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। मंगलवार को आंगनबाड़ी सहायिका व कार्यकर्ताओं ने रौली निकाल कर कलेक्टोरेट पहुंचे और अपनी मांगों को समर्थन में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं कहना है कि जबतब हमारी मांगें सरकार नहीं मानती है तब तक हमलोगों का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा। सरकार चुनाव के दौरान जो घोषणा की थी उसे पूरा करे।
अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं
महिला बाल विकास अधिकारी बसंत मिंज ने बताया कि जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका २३ जनवरी से अपनी मांगों को लेकन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। बुधवार को बैठक आयोजित की गई है। बैठक में वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके बाद कुछ निर्णय लिया जाएगाा और वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी।