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अंबिकापुर

कंबल वाले बाबा के दीवाने हुए गृहमंत्री! इस बार कड़े पहरे के बीच बंद कमरे में मिले दोनों

छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैंकरा अंधविश्वास को खुलकर दे रहे बढ़ावा, पिछली मुलाकात के बाद प्रदेश सरकार की भी हुई थी किरकिरी

अंबिकापुरSep 19, 2017 / 01:48 pm

rampravesh vishwakarma

Home minister meet blanket baba

Home minister meet with blanket baba

वाड्रफनगर. मेडिकल साइंस को धता बताकर प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैंकरा कंबल वाले बाबा के इलाज के दीवाने हो गए हैं, इसलिए तो एक सप्ताह के भीतर दोबारा बाबा की शरण में वे पहुंच गए। हालांकि इस बार उन्होंने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर विकासखंड स्थित ग्राम स्याही के एक घर के बंद कमरे में कंबल वाले बाबा से मुलाकात की और बाहर पुलिस का कड़ा पहरा रहा। बाबा के पास शुगर का उपचार करा रहे गृहमंत्री शायद पिछली मुलाकात के बाद उनके ऊपर उठे तीखे सवालों व सरकार के अंधविश्वास जागरूकता कार्यक्रम को झूठा बताकर बाबा को सही ठहराने में लगे हैं।

गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर विकासखंड स्थित ग्राम स्याही, पंडरी व बरतीकला में गुजरात के अहमदाबाद से आए एक कंबल वाले बाबा के पास अंधविश्वास के फेर में पड़कर लोगों भारी भीड़ बीमारियों का उपचार कराने लग रही है। ऐसा दावा है कि बाबा कंबल ओढ़ाकर सभी असाध्य रोगों का उपचार कर प्रसाद में शक्कर देता है।
लोग तो लोग सही प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैंकरा भी इस अंधविश्वास को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। एक सप्ताह पहले गृहमंत्री पूरे लाव-लश्कर के साथ अपनी शुगर बीमारी का इलाज कराने बाबा के पास पहुंचे। यहां कंबल ओढ़कर उपचार कराया और फिर खुद व पीएसओ को प्रसाद दिलाकर निकल लिए।
बाबा से इलाज कराते फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही गृहमंत्री प्रदेश व देश में सुर्खियों में आ गए। उनके इस अंधश्विास को लेकर सरकार की भी जमकर किरकिरी हुई, कांग्रेस ने तो उनके खिलाफ एफआईआर करने तक की मांग उठा डाली थी। लेकिन गृहमंत्री को कोई फर्क नहीं पड़ा।

इस बार घर में की मुलाकात
गृहमंत्री इस बार ग्राम स्याही मोड़ निवासी संजय कनौजिया के घर में कंबल वाले बाबा से मिले। ये मुलाकात बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक चली। घर के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा रहा ताकि कोई अंदर प्रवेश न कर सके। मुलाकात के बाद बाबा बाहर निकला और शिविर स्थल पर चला गया। कुछ देर बाद गृहमंत्री भी वहां से रवाना हो गए। दोबारा मुलाकात से गृहमंत्री एक बार फिर सवालों के घेरे में है।
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