हादसे में मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मासूम की मौत से बाजार में अफरा-तफरी मच गई। जल्द ही इसकी खबर उसके घर तक पहुंची और परिजन वहां पहुंच गए। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत से उसके घर में मातम पसरा हुआ है।
सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड स्थित ग्राम गुमगराकला निवासी बाबूलाल गोंड़ का १२ वर्षीय पुत्र मुकेश कक्षा छठवीं का छात्र था। शुक्रवार की दोपहर वह घर से अपने मवेशियों को चराने निकला था। वह गांव से लगे बाजार के पास खड़ा होकर मवेशियों पर निगरानी रखे हुए था। इसी दौरान तेज गरज के साथ बारिश शुरू हो गई।
बारिश से बचने वह दौड़ता हुआ बाजार के पास बने भवन के शेड में चला गया। इसी बीच अचानक तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी और उसकी चपेट में मासूम मुकेश आ गया। वह झटके के साथ मुंह के बल नीचे गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बारिश थमने के बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने बालक को इस हाल में देखा तो इसकी जानकारी उसके परिजनों को तत्काल दी।
सूचना मिलते ही मासूम के परिजन मौके पर पहुंच गए। बेटे को इस हाल में देख उनके रोने का ठिकाना न रहा। इस आस में वे तत्काल बालक को लेकर अस्पताल पहुंचे कि डॉक्टर उसे बचा लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। गौरतलब है कि सरगुजा संभाग में आसमानी बिजली गिरने से इस वर्ष अब तक दर्जनभर लोगों की मौत हो चुकी है।
गांव में पसरा मातम
मासूम छात्र की मौत से गुमगराकला गांव में मातम पसर गया है। थोड़ी ही देर पहले बालक को सभी ने हंसते-खेलते देखा था। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहा। इधर मासूम के माता-पिता व अन्य परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। सभी ने बालक का नम आंखों से अंतिम संस्कार किया।