गौरतलब है कि 19 नवंबर को शहर के अंदर तीन अलग-अलग जगहोंं पर तीन महिलाओं सेे बाइक सवार दो युवकों द्वारा झपटा मारते हुए मोबाइल लूटने का मामला सामने आया था। इसमें आजाक थाने में पदस्थ महिला आरक्षक सुषमा कुजूर ड्यूटी से घर महुआपारा वापस लौट रही थी। इसी बीच मेरिन ड्राइव के पास कॉल आया तो वह रुक कर बात करने लगी।
इसी दौरान पीछे से बाइक सवार २ युवक वहां पहुंचे और मोबाइल लूट कर फरार हो गए थे। इसके साथ ही गौरव पथ व समलाया मंदिर के समीप भी दो महिलाओं से मोबाइल लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया था। आईजी हिमांशु गुप्ता व एसएसपी आरएस नायक के मार्गदर्शन में मोबाइल लूट करने वाले गिराहे को पकडऩे के लिए क्राइम ब्रांच, कोतवाली व गांधीनगर पुलिस की टीम बनाई गई थी।
क्राइम ब्रांच व पुलिस की टीम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू व सीएसपी आरएन यादव के निर्देशन में मोबाइल लूट में सक्रिय गिरोह को पकडऩे सक्रिय हो गई। साइबर सेल से मिली सूचना व शहर में लगे सीसीटीव्ही फुटेज को खंगालने के बाद पुलिस टीम को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले। लूटे गए मोबाइल का टॉवर लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए बलरामपुर तक पहुंच गई थी।
पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि गांधीनगर के डिगमा क्षेत्र के कुछ युवाओं द्वारा मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। टीम ने गांधीनगर के डिगमा व भगवानपुर क्षेत्र के कुछ युवकों को पकड़कर पूछताछ शुाू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। मोबाइल लूट के मुख्य आरोपी डिगमा निवासी 22 वर्षीय अजय मंडल पिता संजय मंडल ने बताया कि इसके पूर्व वे काली घाट व ग्रामीण क्षेत्र में मोबाइल लूट की घटना को अंजाम देते थे। एक दिन अमर पेट्रोल पंप के सामने एक महिला मोबाइल पर बात करते जा रही थी। बाइक से वहां पहुंचकर झपटा मारकर बड़ी असानी से मोबाइल लूट ली।
इसके बाद गिरोह के सभी सदस्य महिलाओं को मोबाइल पर बात करता देख मोबाइल लूटकर फरार हो जाते थे। पुलिस ने मामले में 3 अपचारी बालक को भी पकड़ा है। जो बाइक में पीछे बैठकर इस पूरे वारदात में सक्रिय रहते थे।
मामले में पुलिस ने गांधीनगर निवासी 21 वर्षीय तरुण लकड़ा पिता जेवियर लकड़ा, 22 वर्षीय तुर्रापानी निवासी दीपक सील पिता पवित्र सील को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने मोबाइल खरीददार भगवानपुर निवासी 23 वर्षीय राजकुमार राय पिता विष्णु राय को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 17 नग मोबाइल सहित एक जिक्सर बाइक व एक हीरो होण्डा डीलक्स बाइक भी बरामद किया। पुलिस के अनुसार जब्त मोबाइल की कीमत लगभग 2.50 लाख रुपए है।
कार्रवाई में कोतवाली टीआई विनय सिंह बघेल, एएसआई बृजकिशोर पाण्डेय, अजीत मिश्रा, क्राइम ब्रांच प्रभारी एएसआई भूपेश सिंह, साइबर सेल प्रभारी एएसआई विनय सिंह, प्रधान आरक्षक रामअवध सिंह, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, धीरज गुप्ता, आरक्षक भोजराज पासवान, विरेन्द्र पैकरा, स्मिता रागिनी, उपेन्द्र सिंह, जयदीप सिंह, राकेश शर्मा, विकास सिंह, अमित विश्वकर्मा, जितेश साहू, गाधीनगर प्रभारी एमानुएल लकड़ा, एएसआई राकेश मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, आरक्षक अरविंद उपाध्याय व मणिपुर चौकी प्रभारी सतीश सोनवानी शामिल थे।
15 दिन में 13 मोबाइल की लूट
आरोपी अजय मंडल ने बताया कि पिछले 15 दिनों में उन्होंने 13 मोबाइल लूटे हैं। उसने बताया कि कोतवाली थाना अंतर्गत ३, गांधीनगर में ४ व मणिपुर में अस्पताल के समीप 1 मोबाइल लूट के घटना के अंजाम दिया था। उसने बताया कि अपचारी बालक गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ बाइक में पीछे बैठकर मोबाइल लूटने के वारदात को अंजाम देने में सहयोग प्रदान करते थे।
गिरोह के सभी सदस्य शराब पीने के आदी थे। अजय मंडल ने बताया कि अपचारी बालक भी शराब पीने के आदी हैं। नशे की वजह से वे मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देते थे।
महिलाएं होती थीं टारगेट
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अभी तक उन्होंने जितनी भी वारदात को अंजाम दिया है सभी महिलाएं हैं। महिलाएं लूट के बाद उनका पीछा नहीं कर पाती थीं। इसलिए वे उन्हें टारगेट करके लूट की घटना को अंजाम देते थे। उसने बताया कि अभी भी शहर में मोबाइल लूट का एक गिरोह सक्रिय है। वह गांधीनगर क्षेत्र के युवाओं का है। इसमें तीन बाइकर्स हैं। जिसमें बाइक 220, एचएफ डिलक्स व टीव्हीएस स्पोर्टस का उपयोग मोबाइल लूट के घटना को अंजाम देने के लिए किया जाता है।