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अंबिकापुर

भालू से लड़ते-लड़ते खाई में गिरा युवक, 12 घंटे तक रहा बेहोश, 8 किमी झेलगी में ढोकर पहुंचाया अस्पताल

Bear attack: मवेशी चराने के दौरान जंगल में भालू ने युवक पर किया हमला, जान बचाने (Save life) काफी देर तक संघर्ष करता रहा, भालू ने शरीर को कई जगह नोचकर कर दिया था घायल (Injured), 8 किमी पैदल झेलगी में ढोने के बाद पहुंचे एंबुलेंस तक

अंबिकापुरSep 09, 2022 / 05:42 pm

rampravesh vishwakarma

Bear attack

Young man took on jhelagi

अंबिकापुर. Bear attack: उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक ग्रामीण युवक मवेशियों को चराने गुरुवार को जंगल में गया था। यहां झाडिय़ों के बीच से निकलकर भालू ने उसपर हमला कर दिया। भालू से बचने उसने काफी देर तक संघर्ष किया, इस दौरान भालू ने उसे कई जगहों पर नोच दिया था। भालू से लड़ते-लड़ते वह खाई में गिरकर (Fell in ditch) बेहोश हो गया। करीब 14 घंटे तक वह वहीं पड़ा रहा। शुक्रवार की अलसुबह परिजन खोजते हुए खाई के पास पहुंचे और बाहर निकाला। 8 किमी तक पैदल झेलगी में ढोकर पहुंचे तब डायल 112 मिला। गंभीर हालत में उदयपुर अस्पताल से युवक को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सरगुजा जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बकोई निवासी शनि राम 40 वर्ष गुरुवार की सुबह अपने मवेशियों को चराने गांव से लगे जंगल में गया था। दोपहर करीब 3 बजे जंगल में अचानक एक भालू ने उस पर हमला कर दिया। जान बचाने वह भालू से लडऩे लगा।
इस दौरान भालू ने उसके शरीर को कई जगह नोच डाला था, इसके बाद भी युवक ने हिम्मत नहीं हारी और लड़ता रहा। इसी बीच वह गहरी खाई में जा गिरा। भालू के हमले और गिरने से चोट के कारण वह खाई में ही बेहोश हो गया।
इधर उसके मवेशी चरने के बाद शाम को घर पहुंच गए। परिजनों ने देखा कि शनि राम घर नहीं पहुंचा तो वे लालटेन और टॉर्च लेकर उसे खोजने जंगल की ओर निकल पड़े।

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कराहने की आवाज सुनकर पहुंचे परिजन
जंगल में परिजन उसे रातभर खोजते रहे लेकिन खाई में गिरे होने के कारण उसका पता नहीं चल पा रहा था। अलसुबह 4 बजे जब उसे होश आया तो वह कराहने लगा।
जब उसके परिजनों ने आवाज सुनी तो वे खाई के पास पहुंचे और उसे देखकर सन्न रह गए। फिर उन्होंने उसे वहां से बाहर निकाला। यहां से उन्होंने डायल 112 (Dial-112) को सूचना दी लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण वाहन वहां तक नहीं पहुंच पाया।

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झेलगी में ढोकर चले 8 किमी
घटनास्थल से डायल 112 करीब 8 किमी दूर खड़ा था। ऐसे में परिजनों ने झेलगी में उसे ढोया और पैदल निकल पड़े। 8 किमी चलने के बाद डायल 112 के वाहन में उसे बैठाकर उदयपुर अस्पताल पहुंचाया गया। यहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे अंबिकापुर के लिए रेफर कर दिया। यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college hospital) में उसका इलाज चल रहा है।
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