सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर से आई विजिलेंस की टीम में 5 सदस्य हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक कर्मचारी ने बताया कि टीम के आने के बाद से ही खदान प्रबंधन मामले की लीपापोती में प्रयासरत है।
एक बजे रात तक छोड़ी गईं ‘रोड सेलÓ की गाडिय़ां
कोल इंडिया के निर्देशानुसार रोड सेल की गाडिय़ां शाम 7 बजे के बाद न तो खदान परिसर से निकल सकती हैं और न ही परिसर के भीतर आ सकती हैं। बावजूद इसके अमेरा खदान में पिछले करीब एक महीने से देर रात 1 बजे तक रोड सेल की गाडिय़ों को अंदर-बाहर किया गया है। इससे संबंधित दस्तावेजों को भी विजिलेेंस की टीम ने जब्त कर लिया है।
८ माह बंद थी माइंस, 2 माह के उत्पादन में ही हो गया खेल
्रदिसंबर २०१६ से अमेरा खदान में उत्पादन बंद था। यहां जुलाई 2017में उत्पादन शुरू हुआ। इसके लगभग दो महीने बाद से ही स्टॉक में अधिकारियों व रोड सेल के ठेकेदारों की मिलीभगत से खेल शुरू हो गया। दो महीने में ही खदान का स्टॉक कम हो गया। खास बात यह है कि इन्हीं दो महीनों में खदान में रोड सेल शुरू हुआ है।
रोड सेल में कोयला बेचे जाने की आशंका
चौंकाने वाली बात यह भी है कि यह एक ऐसा खदान है जिसमें न तो पिछले करीब 6 महीने से कोई आग लगी और न ही कोई बड़ी चोरी का मामला थाने तक पहुंचा। बावजूद इसके स्टॉक कम होना संदेहास्पद है। इस प्रकरण में खदान के अधिकारियों की मिली-भगत की आशंका जाहिर की जा रही है।
कॉल रिसीव नहीं कर रहे अधिकारी
प्रकरण में एसईसीएल प्रबंधन का पक्ष लेने के लिए सब एरिया मैनेजर आरके साहा को उनके विभागीय मोबाइल नंबर 9425533613 एवं डिस्पैच इंचार्ज अनिवाश मालाकार को उनके मोबाइल नंबर 7999479657 पर कॉल (क्रमश: एक एवं दो बार) किया गया लेकिन दोनों ने ही कॉल रिसीव नहीं किया।