किसान वर्ग चुनाव के समय कांग्रेस को वोट देने के निर्णय पर पश्चाताप कर रहा है और खून के आंसू रो रहा है। केंद्र सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को की गई है लेकिन कांग्रेस सरकार किसानों के हित की चिंता ही नहीं कर रही है।
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने कहा कि कांग्रेस के राज में किसान हरदम परेशान हुआ है, कभी बारदाने को लेकर परेशानी होती है, कभी धान बेचने व भुगतान को लेकर परेशानी होती है। अभी खाद को लेकर छत्तीसगढ़ के किसान परेशान हैं इस सरकार ने साढ़े 9 लाख मीट्रिक टन खाद की मांग की थी और केंद्र सरकार साढ़े 9 लाख के हिसाब से आपूर्ति प्रति वर्ष करती है।
इस साल कांग्रेस सरकार ने 13 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद की मांग की थी। दूसरी ओर यह सरकार किसानों को बोल रही है आप जैविक खेती करिए और कम्पोस्ट खाद बेच रही है। रकबा कम करने की बात कर रही है। गिरदावरी में धान का रकबा कम कर दिया गया। पेड़ लगाने की योजना लाकर उसमें धान का रकबा कम किया जा रहा है।
कुल मिलाकर प्रदेश सरकार खाद की कालाबाजारी (Black marketing of fertilizers) कर रही है। प्राइवेट सेक्टर को ज्यादा खाद आबंटित किया जा रहा है। अनिल सिंह मेजर ने कहा कि भूपेश सरकार ने किसान वर्ग के साथ ही सबसे बड़ा छल किया है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भारत सिंह सिसोदिया ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार से यूरिया की जो मांग है, उसे कम करने का कारण यह समझ आया कि जैविक खेती और गोबर (Dung) इनके द्वारा जो खरीदा गया है किसानों से जो 2 रुपए किलो गोबर खरीदा गया था उसे 10 रुपए किलो में सरकार किसानों को ही बेच रही है। ऐसी स्थिति में किसान इसका विरोध कर रहे हैं।
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5 लाख क्विंटल खाद की है डिमांड लेकिन…भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष जन्मेजय मिश्रा ने कहा कि तीन लाख 97 हजार एकड़ कृषि योग्य भूमि में से ढाई लाख एकड़ कृषि भूमि में सिर्फ धान की पैदावार होती है, इसमें प्रति एकड़ 1 क्विंटल यूरिया व एक क्विंटल डीएपी की खपत होती है। ढाई लाख एकड़ में लगभग 5 लाख क्विंटल खाद की आवश्यकता पड़ती है।
इसके बाद भी प्रदेश सरकार सरगुजा जिले के लिए 2000 मीट्रिक टन कम खाद की मांग रखती है। यह दर्शाता है कि सरकार को कृषि रकबा का कोई ज्ञान नहीं और जिस सरकार को इतना भी पता ना हो वह सरकार भला किसानों के लिए क्या कर सकती है।
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इन नेताओं ने भी कांग्रेस को लिया आड़े हाथोंकार्यक्रम को
त्रिलोक कपूर कुशवाहा, प्रबोध मिंज, अभिमन्यु गुप्ता, देवनाथ पैकरा, प्रशांत त्रिपाठी, अंबिकेश केसरी, विनोद हर्ष, राम लखन पैकरा, निलेश सिंह, निश्चल प्रताप सिंह, मंजूषा भगत, सोनू तिग्गा, हरविंदर सिंह, विद्यानंद मिश्रा, आकाश गुप्ता, अनिल जायसवाल, अनिल तिवारी,
राजकुमार गुप्ता, राजू पांडे, विश्व विजय सिंह तोमर, गौतम विश्वकर्मा, वेदांत तिवारी, आशुमल गर्ग, अंकित तिर्की, दिव्यांशु केसरी, वीर सोनी, सौरभ जायसवाल व अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में ये रहे शामिल
इस अवसर पर मंच संचालन सोमनाथ सिंह, मनोज कंसारी, अभिषेक प्रताप सिंह ने किया। कार्यक्रम में बलराम जायसवाल, प्रेमानन्द तिग्गा, अजय प्रताप सिंह, अवधेश सोनकर, विकास वर्मा, शैलेश कुमार सिंह, विकास पांडे, राजेन्द्र जायसवाल, निरंजन राय सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।