आम आदमी बेच रहा है पकौड़ा
सिद्धू ने पीएम मोदी की मेक इन इंडिया पर जमकर हमला करते हुए कहा कि बुलेट ट्रेन जापान से आ रही है। राफेल फ्रंास से आ रहा है। सरदार पटेल की मूर्ति चाइना से बनकर लग गया। जब ये सब बाहर से ही आ रहे हैं, तो मेक इन इंडिया का पूंछ पकड़कर घूमे और हम से क्या तलवाओगे पकौड़े।
छत्तीसगढ़ में आक्रोश है सरकार का बदलना निश्चित
नवजोत सिंह सिद्धु ने अपने सायराना अंदाज में कहा कि वो दरिया ही नहीं जिसमें रवानी नहीं, जब जोश ही नहीं तो क्या काम की तेरी जवानी। ठोको ताली। उन्होंने कहा कि सिद्धू यहां इनकी पोल खोलने आया है । दूध को भटठ्ी पर रख दो, उबलना निश्चित। छग के लोगों में आक्रोश है तो है सरकार का उलटना निश्वित। अब बुरे दिन जाने वाले हैं और राहुल भैया आने वाले हैं।
पीपल के सूखे पत्ते की तरह झड़ जाएगी बीजेपी
मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने विदेशो में कालेधन की बात की लेकिन नहीं होगी मन की बात। प्रेस कांफ्रेस नहीं करते। वे मन की बात करते हैं, जो कहूंगा सत्य कहूंगा। कड़वा जरूर हो। ये बीजेपी के लोग पीपल के सूखे पत्तों की तरह हो गए हैं अब झडऩे को तैयार हो गए है। अब रुख कांग्रेस वालों की आई है। मित्रों चौकीदार चोर है। चौकीदार का कुत्ता भी चोरों से मिला है। चौकीदार चौकस भी नहीं है।
क्या मिला- बाबा जी का ठुल्लू
नवजोत सिंह सिद्धु ने कहा कि पीएम कहते हैं विदेशों से ब्लैक मनी लाऊंगा और गरीब के खाते में 15-15 लाख आएगा। आया क्या बाबा जी का ठूल्लू। दो करोड़ की नौकरी मिलेगी कहते थे। गंगा साफ कर देंगे।
आज छग में किसान का कर्जा 32 सौ करोड़
सिद्धु ने कहा कि किसान कर्ज की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं उन्हें कुर्की की नोटिस मिल रहे हैं और अदानी के करोड़ो के खर्च माफ हो रहे हैं, क्योंकि पीएम अदानी के जहाज में घूमते हैं।
मोदी रमन को कहा अंधा गुरू बहरा चेला, दोनों नरक में ठेलम-ठेला
सिद्धु ने रमन सिंह पर हमला करते हुए कहा कि तुम्हारे पुत्र का स्वीस बैंक में खाता है। राफेल मेंं 11 सौ करोड़ किसकी जेब गर्म कर रहा है बताएं मोदी। सिद्धू के ऊपर किसी के 25 पैसे निकाल दो उसी दिन राजनीति छोड़ दूंगा और उसका चेला रमन सिंह अंधा गुरू-बहरा चेला, दोनों नरक में ठेलम-ठेला।
छत्तीसगढ़ की बहु-बेटियां मुम्बई की मंडी में बिकीं
सिद्धु ने कहा कि छत्तीसगढ़ की 27 हजार बहू-बेटियां अगवा हो गईं। वल्र्ड टाईम की रिपोर्ट कहती है कि ये मुम्बई की मंडियों में बिकीं हैं। क्या यही सरकार की बेटी बचाव-बेटी पढ़ाओ योजना है। क्या यही बेटियों की सुरक्षा है।