इधर कलक्टर (Surguja Collector) ने एक ऐसे युवक के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कराया है जिसने खुद को कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स बताकर वैक्सीन का डोज लगवाया लिया। कलक्टर के निर्देश पर एसपी ने कोतवाली में युवक के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है।
एसडीएम कार्यालय द्वारा एसपी को लिखे पत्र में बताया गया कि फेसबुक यूजर पीयूष कुमार त्रिपाठी ने लॉकडाउन (Lockdown) अवधि में अपने एक मित्र को जन्मदिन की बधाई उसके घर जाकर दी थी। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कलक्टर ने उसके खिलाफ 2 दिन पूर्व ही अपराध दर्ज कराया था।
इसी बीच यह बात भी सामने आई कि पीयूष कुमार द्वारा एसडीएम कार्यालय द्वारा 1 साल पूर्व जारी पास के आधार पर 27 मार्च को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज (Covaccine dose) लगवा लिया। एसडीएम का कहना है कि चूंकि इस वर्ष 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है और इस अवधि में किसी को पास जारी नहीं किया गया है।
ऐसे में पूर्व में युवक को जारी किया गया पास कालातीत हो चुका है जिसकी अभी कोई मान्यता नहीं है। ऐसे में एसडीएम ने उक्त युवक द्वारा फर्जी तरीके से कोरोना वैक्सीन लगवाने पर एसपी को एफआईआर दर्ज कराने कहा है। इसके बाद एसपी ने युवक के खिलाफ कोतवाली में धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कराया है।
कोतवाली में दर्ज कराया अपराध
कलक्टर (Collector) से निर्देश मिला था कि युवक ने 14 अप्रैल 2020 को जारी पास के आधार पर खुद को कोरोना फाइटर बताते हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में कोरोना का वैक्सीन लगवाया है। उन्होंने युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने कहा था। उनके निर्देश पर कोतवाली में युवक के खिलाफ 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
टीआर कोशिमा, एसपी सरगुजा