शुक्रवार को छत्तीसगढ़ से 82 बसें उन्हें लाने कोटा रवाना हुईं थी। 27 अप्रैल की रात सभी छत्तीसगढ़ आने वाले थे। छात्र-छात्राओं को उनके संभाग मुख्यालय में 14 दिन क्वारेंटाइन करना था, इसके बाद वे अपने घर रवाना होने वाले थे। इस बीच शासन की ओर से आज एक आदेश जारी किया गया, जिसमें छात्र-छात्राएं सीधे अपने जिले या संभाग मुख्यालय न जाकर दूसरे जिले में क्वारेंटाइन किए जाएंगे।
इसी कड़ी में सरगुजा, सूरजपुर व कोरिया जिले के छात्र-छात्राएं दुर्ग में तथा बलरामपुर जिले के छात्र-छात्राएं बेमेतरा जिले में क्वारेंटाइन होंगे। राजस्थान के कोटा से छत्तीसगढ़ आने वाले सरगुजा संभाग के सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर व जशपुर जिले के छात्र-छात्राएं फिलहाल अंबिकापुर नहीं आएंगे।
हालांकि अंबिकापुर के विभिन्न छात्रावासों में उनके रुकने, खाने-पीने व मनोरंजन के साधनों की व्यवस्था की गई थी। इसी बीच शासन की ओर से एक आदेश जारी किया गया। इसके अनुसार सरगुजा, सूरजपुर व कोरिया जिले के 473 छात्र-छात्राएं दुर्ग जिले के छात्रावासों में रुकेंगे।
वहीं बलरामपुर जिले के छात्र-छात्राएं बेमतरा में तथा जशपुर जिले के छात्र-छात्राएं रायगढ़ में रुकेंगे। यहां 14 दिन क्वारेंटाइन में रखने के बाद भी आगे निर्णय लिया जाएगा।
छात्र व छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल
सरगुजा, कोरिया व सूरजपुर जिले की छात्राएं दुर्ग के विज्ञान विकास केंद्र के छात्रावास में रहेंगे। यहां के नोडल अधिकारी एडिशनल कलक्टर पंचभोई (मोबाइन नंबर-9425562041) तथा छात्रावास प्रभारी उर्मिला ओझा (मोबाइल नंबर- 7000798441) हैं। वहीं छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण 8 चिकित्सकीय दल द्वारा किया जाएगा।
उपरोक्त तीनों जिले के छात्र रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में रुकेंगे, यहां के छात्रावास प्रभारी अमित घोष (मोबाइल नंबर-9424117347) हैं एवं 7 चिकित्सकीय दल द्वारा इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
बलरामपुर व जशपुर के रुकेंगे यहां
कोटा से लौटे बलरामपुर जिले के छात्र-छात्राएं बेमेतरा जिले में रुकेंगे। छात्राएं यहां के एलन स्कूल के हॉस्टल तथा छात्र शासकीय महाविद्यालय के हॉस्टल में रुकेंगे। यहां के नोडल अधिकारी डिप्टी कलक्टर, बी. संदीप ठाकुर (मोबाइल नंबर- 7587705154) हैं। वहीं जशपुर जिले की छात्राएं रायगढ़ जिले के विभिन्न हॉस्टलों में ठहरेंगे।