गौरतलब है कि ग्राम खरसुरा में रात को जंगल के किनारे स्थित घर में सब सो रहे थे। श्याम कुंवर का आधा घर टूटने के बाद जब परिवार की नींद खुली तो बमुश्किल जान बचाकर गांव की ओर भागे।
हाथियों ने पूरी रात जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान महेशपुर, मानपुर, लक्ष्मणगढ़, मोहनपुर, उपकापारा में विचरण कर धान की फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया। लगभग 2-3 हेक्टेयर धान की फसल को नुकसान पहुंचाया। अभी भी हाथियों का दल महेशपुर करमकठरा के जंगल में डेरा जमाए हुए है।
इधर हाथियों से लोगों को बचाने के लिए वन अमला उपवन क्षेत्रपाल एसबी सोनी के नेतृत्व में बीते बुधवार सुबह से ही लगा हुआ है। वन अमला लोगों को जागरूक करने के लिए मुनादी करा रहा है तथा लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह भी दी जा रही है।
शासकीय भवनों में रहने की कर रहे व्यवस्था
जंगल किनारे एकांत घरों में रहने वाले लोगों को शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, इत्यादि पक्के मकानों में रखने की व्यवस्था की जा रही है। हाथियों की निगरानी में गजराज वाहन व सुरक्षा उपकरणों के साथ वन अमला जुटा हुआ है।