उन्होंने कोविड-19 की रोकथाम तथा निगरानी की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में कोविड के केस पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहे हैं जो चिंता का विषय है। इस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने गोठानों में वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने की समीक्षा करते हुए कहा कि जितने सभी पूर्ण हो चुके गोठानों में गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाना शुरू करें।
इस दौरान विकासखण्ड सीतापुर के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ सूचना जारी करने के निर्देश दिये गए। इसी प्रकार उन्होंने बतौली के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी द्वारा वर्मी कम्पोस्ट बनाने में रुचि नहीं दिखाने पर फटकार लगाते हुए एक सप्ताह में प्रगति लाने के निर्देश दिए।
प्रभारी कलक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कांटेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाएं तथा सर्विलेन्स टीम मॉनिटरिंग में चुस्ती लाए। उन्होंने कहा कि जैसे ही लक्षण का पता चलता है चिन्हांकित व्यक्ति को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाएं और तत्काल इलाज प्रारंभ करें।
उन्होंने कहा कि मेडिकल दुकानों में बिना पर्ची के दवाई लेने आने वालों की मॉनिटरिंग करें तथा दवाई लेने वालों का कोविड जांच संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में करायें। उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम बिना मास्क लगाए निकलने वालों पर जुर्माना लगाए तथा दुकानों में नो मास्क नो गुड्स फिर से लागू कराएं। बैठक में सहायक कलक्टर विश्वदीप, अपर कलक्टर एएल ध्रुव, संतन देवी जांगड़े सहित एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।
धान खरीदी केंद्रों में भी होगी गोल मार्किंग
प्रभारी कलक्टर ने 1 दिसम्बर से शुरू ही रहे धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए सभी खरीदी केंद्रों में 2 गज की दूरी पर सफेद गोल घेरा मार्किग करायें। इस घेरा में नंबरिंग भी करें। किसानों को जारी किए गए टोकन नंबर के अनुसार घेरे में अंकित नंबर पर किसानों को अपने सामान के साथ खड़ा होना होगा।
अब कुपोषित बच्चों को 5 दिन मिलेगा अण्डा
प्रभारी कलक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की सफलता को देखते हुए अब आंगनबाड़ी केंद्रों के कुपोषित बच्चों को सप्ताह में 5 दिन उबला हुआ अंडा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी खोलने में जिन ग्राम पंचायतों के द्वारा सहमति दी जाएगी वहां के कुपोषित बच्चों को दोपहर 12 से 1 बजे के बीच उबला हुआ अंडा दे और जिन पंचायतों में आंगनबाड़ी नही खुलेंगे वहां बच्चो को घर पहुंचकर देना होगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के द्वारा जिले के आंगनबाडिय़ों में दर्ज 18 हजार कुपोषित बच्चों में से करीब 6 हजार कुपोषण से बाहर आ गए हैं।