ट्रक स्वामी (Truck owner) ने इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई है। पुलिस ने फाइनेंस कंपनी (Finance company) के अधिकारी व 2 कर्मचारियों पर अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बॉर्डर पर ये कैसी निगरानी? राजस्व की टीम ने 25 हजार 300 क्विंटल धान लोड ट्रक को शहर में पकड़ा
शहर के विजय मार्ग गुदरी चौक निवासी अखिलेश तिवारी द्वारा वर्ष 2018 में अंबेडकर चौक के पास स्थित
चोला मंडलम फाइनेंस कंपनी से ट्रक फाइनेंस कराया गया था। वाहन मालिक द्वारा ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 5743 को चलाकर उसकी किश्तों का भुगतान किया जा रहा था।
पिछले वर्ष कोविड 19 के कारण लगे लॉकडाउन
(Lockdown) के कारण व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित होने पर किश्तों को भरने में विलंब होने लगा। आवेदक के अनुसार उसके द्वारा सामरीपाट से बाक्साइट (Bauxite) का उत्खनन कराने वालों से करार कर बाक्साइट को रेणकूट हिंडाल्को कंपनी को भेजा जाता था।
किश्त के भूगतान में विलंब पर कंपनी के शाखा प्रबंधक व वसूली अधिकारी शुक्ला द्वारा कंपनी के कर्मचारियों के साथ मिलकर किश्त की राशि जमा करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। 31 मार्च को कंपनी के कर्मचारियों ने उनके घर आकर 40 हजार की मांग की जिस पर वाहन मालिक ने 20 हजार रुपए दिए परन्तु इसके बाद भी उससे 20 हजार की और मांग की जाती रही तथा पैसे नहीं देने पर वाहन को जब्त कर नीलाम करवा देने की धमकी दी गई।
उत्तर प्रदेश-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर पकड़े 5 ट्रक, भीतर झांक कर देखा तो अधिकारियों के होश आ गए ठिकाने
बाक्साइट लोड कर रेनुकूट गया था ट्रक7 अप्रैल को जब ट्रक में बाक्साइट लेकर चालक रेणुकूट गया था तो चोला मंडलम कंपनी
(Chola mandalam company) के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा मिलकर वाहन को बिना वाहन मालिक को सूचना दिये जब्त कर रेणुकूट में ही खड़ा करा दिया गया।
इसकी जानकारी उन्हें बाद में मिली। इससे त्रस्त होकर वाहन मालिक ने इसकी शिकायत कोतवाली में कर दी। शिकायत पर पुलिस ने
चोला मंडलम कंपनी के वसूली अधिकारी व दोनों कर्मचारियों के विरूद्ध धारा जबरन उगाही का अपराध दर्ज कर लिया है।