केंद्र सरकार (Central Government) की योजना के तहत यह सीटें आवंटित की गई है। बताया जा रहा है कि सोमवार से सेंट्रल कोटे की सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरु होने की पूरी संभावना है।
मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर को एमबीबीएस (MBBS admission) पांचवें वर्ष में प्रवेश के लिए फिर से अनुमति मिल गई है। जीरो ईयर के बाद पुन: मान्यता मिलने से मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर ने पिछले एक वर्ष में तय मानकों को पूरा करने में गंभीरता दिखाई है।
पिछले शिक्षा सत्र में गिनाई गई कमियों को दूर कर लिए जाने के कारण ही चालू शिक्षा सत्र में एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद सेंट्रल कोटे में दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के सीटों का वर्गीकरण नहीं
डीन. डॉ रमणेश मूर्ति ने बताया कि ईडब्ल्यूएस की सीटों का वर्गीकरण नहीं किया गया है। किस वर्ग के लिए कितनी सीटें आरक्षित होंगी। ईडब्ल्यूएस (EWS) की सीटों को लेकर स्थानीय स्तर पर प्रबंधन तभी पहल करेगा जब संचालक चिकित्सा शिक्षा की ओर से केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुरूप प्रवेश देने के लिए अनुमति जारी की जाए।
उन्होंने बताया कि 100 सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिल जाने से यह संभावना प्रबल है कि अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को ईडब्ल्यूएस की 25 सीटों पर प्रवेश के लिए भी हरी झंडी मिल जाए लेकिन अभी तक ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
अलग-अलग समिति का गठन
मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि सेंट्रल कोटे की सीटों पर प्रवेश को लेकर कालेज प्रबंधन द्वारा समितियों का गठन कर लिया गया है। आने वाले विद्यार्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन व अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए पूरी तैयारी है।
सेंट्रल कोटे से प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद स्टेट कोटे की सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। पहली बार अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में 125 सीटों पर प्रवेश (Admission) की अनुमति मिलने की संभावना है। 100 सीटों पर अनुमति मिल चुकी है। शेष 25 सीटें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा आरक्षित की गई है।