स्थिति बिगडऩे पर उसे रेफर कर दिया गया। परिजन उसकी जान बचाने के लिए रांची ले गए पर उसकी जान नहीं बच सकी। मृत बालिका के पिता ने आरोपी डॉक्टर पर अपराध दर्ज करने की मांग की है।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कदमपारा निवासी अमरेश कुमार दुबे की 12 वर्षीय बेटी अदिति दुबे को कमजोरी की शिकायत पर डॉ. अंजू गोयल के अरिहंत अस्पताल में दिखाया गया। यहां डॉक्टर ने खून की जांच (Blood test) करने पर बताया कि बालिका एनिमिया से पीडि़त है। उसे २ यूनिट खून चढ़ाने के लिए बोला गया।
बालिका के पिता उसे शहर के एक निजी अस्पताल ले गए और यहां में पदस्थ एक डॉक्टर की निगरानी में भर्ती कर खून चढ़ाना शुरू किया गया। 9 दिसंबर 2020 की शाम खून चढ़ाने के दौरान बालिका की तबियत बिगडऩे लगी। उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। चिकित्सक द्वारा ऑक्सीजन दिया गया।
इसके बावजूद भी खून चढ़ाना बंद नहीं किया गया। रात को जब ज्यादा तबियत बिगड़ गई तो खून चढ़ाना बंद कर दिया गया। दूसरे दिन सुबह पुन: खून चढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया और ब्लड को ब्लड बैंक में रखवा दिया गया। इसके बाद अगले दिन पुन: खून चढ़ाया गया। इस दौरान लड़की का पूरा शरीर काला पड़ गया। जब उसकी स्थिति बिगड़ गई तो उसे वहां से रेफर कर दिया गया।
काम नहीं कर रहे थे शरीर के अंग, हो गई मौत
इसके बाद परिजन शहर के दूसरे निजी अस्पताल ले गए तो पता चला कि बालिका के शरीर के अंग अच्छे से काम नहीं कर रहे हैं, उसे बाहर ले जाना पड़ेगा। परिजन बालिका की जान बचाने रांची ले गए। यहां इलाज के दौरान 12 दिसबर 2020 को बालिका की मौत हो गई। मृतका के पिता ने डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज कराने की मांग को लेकर कोतवाली में लिखित शिकायत की है।