अंबिकापुर. एक युवक अपनी मां के साथ मामा के घर 15 साल से रह रहा था। इस दौरान उसने 2 बार आत्महत्या का प्रयास किया था। बुधवार की सुबह वह टहलकर घर लौटा और कमरे में चला गया। थोड़ी देर बाद जब उसके मामा सहित अन्य लोग पहुंचे तो वह फांसी से झूल रहा था। उसके दोनों हाथ रस्सी से पीछे बंधे थे।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव तो नीचे उतारा तथा पंचनामा पश्चात पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। संदिग्ध रूप से हुई युवक की मौत के मामले की पुलिस जांच कर रही है। इधर घरवाले इसे आत्महत्या बता रहे हैं। मामले में पुलिस का भी कहना है कि युवक से खुद से हाथ बांधकर फांसी लगाई है।
बलरामपुर जिले के ग्राम आरा कुंदी निवासी सुनील मरावी पिता सुंदर मरावी 22 वर्ष अपनी मां के साथ मामा के घर अंबिकापुर के पटपरिया में पिछले 15 वर्षों से रह रहा था। पिता ने उसकी मां को छोड़ दिया था। बुधवार की सुबह युवक उठा और थोड़ी देर टहलने के बाद उस कमरे में चला गया, जिसमें उसके मामा ने बोरे की सिलाई का काम लिया हुआ था।
वहां बोरों का ढेर लगा हुआ था। काफी देर तक जब वह वहां से नहीं निकला तो परिजन कमरे में पहुंचे। उन्होंने देखा तो सुनील की लाश कंडी में रस्सी के सहारे फांसी से झूल रही थी तथा उसके दोनों हाथ पीछे बंधे थे। इसकी सूचना तत्काल उन्होंने गांधीनगर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया।
पीएम पश्चात शव परिजनों को सौंप दिया गया। घर वालों का कहना है कि युवक ने आत्महत्या की है। वहीं पुलिस भी इसे आत्महत्या बता रही है। पुलिस का कहना है कि युवक के हाथ में जो रस्सी बंधी थी, वह काफी ढीली थी। युवक ने घरवालों को फंसाने के लिए ऐसा किया है। इधर हाथ पीछे बंधा होना और फांसी लगाने की बात किसी के गले नहीं उतर रही है।
पहले भी कर चुका था आत्महत्या के प्रयास पुलिस की पूछताछ में घरवालों ने बताया कि सुनील आदतन नशेड़ी था। वर्ष 2008 में उसने नस काटकर आत्महत्या की कोशिश की थी। इसके अलावा लखनपुर के ग्राम कुन्नी में भी अपने चाचा के घर आत्महत्या की कोशिश की थी।
Home / Ambikapur / Breaking News : मामा के घर फांसी पर झूल रही थी भांजे की लाश, रस्सी से पीछे बंधे थे दोनों हाथ, सबके उड़े होश