scriptExclusive: पुंदाग में पुलिस के मुखबिर की पेड़ पर लटकती मिली लाश, नक्सलियों द्वारा हत्या की आशंका, एसपी ने ये कहा | Police informer dead body found hanging on tree in Pundag | Patrika News

Exclusive: पुंदाग में पुलिस के मुखबिर की पेड़ पर लटकती मिली लाश, नक्सलियों द्वारा हत्या की आशंका, एसपी ने ये कहा

locationअंबिकापुरPublished: Jul 23, 2020 11:58:43 am

Police informer: बूढ़ा पहाड़ में 100 से अधिक नक्सलियों (Maoists) के जमावड़े की ख़बर, शहीदी सप्ताह से पहले भय का माहौल बनाने नक्सलियों द्वारा हत्या किए जाने की आशंका

Exclusive: पुंदाग में पुलिस के मुखबिर की पेड़ पर लटकती मिली लाश, नक्सलियों द्वारा हत्या की आशंका, एसपी ने ये कहा

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अंबिकापुर. बलरामपुर जिले के सरहदी इलाके में 100 से अधिक माओवादियों (Maoists) के जमावड़े की खबर है। पुंदाग गांव में रविवार को पुलिस के एक मुखबिर (Police informer) की लाश भी पेड़ पर लटकती मिली थी। आशंका जताई जा रही है कि माओवादियों ने मुखबिर की हत्या की है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक का नाम “जिलानी” है। रविवार की सुबह गांव वालों ने मस्जिद मोहल्ला के बाहर एक पेड़ पर उसकी लाश लटकती देखी। उसके रिश्तेदारों ने लाश गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर पचपेढ़ी नाले के पास पुलिस को सुपुर्द किया। पुलिस घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी।
मृतक (Police informer) की उम्र करीब 60 वर्ष बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से पुलिस के लिए इलाके में मुखबिरी किया करता था। गांव वालों का कहना है कि जिलानी काफी दिलेर और पढ़ा-लिखा इंसान था। वह लंबे समय से माओवादियों के खिलाफ अपनी आवाज़ मुखर किये हुए था।

भिखारी को मिली कमान, हुआ सक्रिय
मिथिलेश मेहता उर्फ भिखारी बलरामपुर के सरहदी इलाके का पुराना नाम है। इसे पहले गिरफ्तार कर अम्बिकापुर जेल में रखा गया था। यहां के बाद गढ़वा, पलामू और औरंगाबाद जेल में भी था। इसे फिलहाल अरविंद की जगह पर क्षेत्र की कमान सौंपी गई है।
इसने अपनी टीम में नई भर्तियां भी की हैं। सूत्रों के अनुसार इसकी टीम में फिलहाल संजीवन, कुंदन, नवीन, सौरव, विमल व छोटू समेत कई हार्डकोर माओवादी हैं। इनके बूढ़ा पहाड़ के छत्तीसगढ़ क्षेत्र में होने की ख़बर है।

हमने ऑपरेशन प्लान किया है
28 से शहीदी सप्ताह है। ऐसे में इनकी सक्रियता हो सकती है। बन्दरचुआं तक हम आमतौर पर जाते हैं। इससे नीचे सडक़ नहीं है। हमने एक ऑपरेशन प्लान किया है। जनतंत्र के लिए काम करने वाले का जाना एक क्षति है।
रामकृष्ण साहू, एसपी, बलरामपुर
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