सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक का नाम “जिलानी” है। रविवार की सुबह गांव वालों ने मस्जिद मोहल्ला के बाहर एक पेड़ पर उसकी लाश लटकती देखी। उसके रिश्तेदारों ने लाश गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर पचपेढ़ी नाले के पास पुलिस को सुपुर्द किया। पुलिस घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी।
भिखारी को मिली कमान, हुआ सक्रिय
मिथिलेश मेहता उर्फ भिखारी बलरामपुर के सरहदी इलाके का पुराना नाम है। इसे पहले गिरफ्तार कर अम्बिकापुर जेल में रखा गया था। यहां के बाद गढ़वा, पलामू और औरंगाबाद जेल में भी था। इसे फिलहाल अरविंद की जगह पर क्षेत्र की कमान सौंपी गई है।
हमने ऑपरेशन प्लान किया है
28 से शहीदी सप्ताह है। ऐसे में इनकी सक्रियता हो सकती है। बन्दरचुआं तक हम आमतौर पर जाते हैं। इससे नीचे सडक़ नहीं है। हमने एक ऑपरेशन प्लान किया है। जनतंत्र के लिए काम करने वाले का जाना एक क्षति है।
रामकृष्ण साहू, एसपी, बलरामपुर