यह बात भी सामने आ रही है कि निगम के सफाईकर्मियों का मानदेय अस्पताल के सफाई कर्मियों से ज्यादा है, इस बात को लेकर भी उनमें नाराजगी है।
जीवनदीप कर्मचारियों ने काम बंद कर किया प्रदर्शन, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नहीं हो पाई सफाई, एक्स-रे, सोनोग्राफी और ईसीजी
गौरतलब है कि अस्पताल के सफाई कर्मचारियों से अस्पताल प्रबंधन द्वारा 2 शिफ्ट में काम लिया जा रहा है। हर शिफ्ट मे चार घंटे की ड्यूटी है। एक साथ पीपीई किट पहन कर 8 घंटा ड्यूटी करना काफी मुश्किल है। इस परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने दो शिफ्ट में काम करने का निर्देश दिया गया है।
वहीं इनके साथ कोविड वार्ड में नगर निगम
(Nagar Nigam Ambikapur) के भी सफाई कर्मचारी हैं। इनका मानदेय अस्पताल के कर्मचारियों से ज्यादा है। ऐसे में अस्पताल के कर्मचारियों के बीच नाराजगी है। इसे लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कलक्टर दर पर पदस्थ सफाई कर्मचारियों ने विरोध जताया है।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि कोविड वार्ड में 8 घंटे ड्यूटी करना मुश्किल हो रहा है। इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमएस डॉ. लखन सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को 8 घंटे ड्यूटी करनी है।
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कोविड वार्ड में एक साथ
पीपीई किट पहन कर 8 घंटे ड्यूटी करना मुश्किल होगा, इसलिए इन्हें दो शिफ्ट में कर दिया गया है। जबकि इन कर्मचारियों को कोविड वार्ड में ही रहने व खाने की भी व्यवस्था की गई है।
कोविड वार्ड में नहंी करना चाहते हैं ड्यूटीसूत्रों के अनुसार कोविड वार्ड
(Covid ward) में ड्यूटी करने से सफाई कर्मचारी कतरा रहे हैं। निगम के सफाई कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। कुछ दिन ड्यूटी करने के बाद कर्मचारी भाग गए थे। कोरोना के डर से सफाई कर्मचारी ड्यूटी करने से कतरा रहे हैं।