सरगुजा संभाग मुख्यालय होने के कारण अंबिकापुर में दशहरा के दिन हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ती थी। सरगुजा वासी पहले जाकर सरगुजा महाराज टीएस सिंह देव से मिलते थे उसके बाद शाम को पीजी कॉलेज ग्राउंड में रावण दहन (Ravan dahan) में शामिल होकर दशहरा पर्व मनाया जाता था।
नहीं निकली शोभायात्रा
दशहरा के दिन गाजे-बाजे के साथ राम मंदिर अंबिकापुर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाती थी। शोभा यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कालेज मैदान पहुंचती थी। जहां आतिशबाजी के बीच रावण, मेघनाथ व कुंभकर्ण के पुतले का दहन किया जाता था। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुआ करते थे। लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण कोई आयोजन नहीं हुआ।