मंत्री सिंहदेव ने कहा कि जगदलपुर और बिलासपुर के रन-वे (Runway) की लंबाई दरिमा से छोटी है तथा जगदलपुर से विमान सेवा प्रारंभ भी ही गई है। ऐसे में दरिमा (Darima Airport) के रन-वे की लंबाई बढ़ाने में समय व्यर्थ करने की जरूरत नही है।
डीजीसीए के ऑब्जर्वेशन के अनुसार रन-वे सुदृढ़ीकरण के तहत मोटाई बढ़ाने और समतलीकरण करने की आवश्यकता है।पंचायत मंत्री सिंहदेव ने दरिमा एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में लोक निर्माण विभाग तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों से एयर पोर्ट विस्तारीकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।
इसके पश्चात उन्होंने रन-वे का भी निरीक्षण किया। सिंहदेव ने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए यदि जमीन अधिग्रहण करना पड़े तो लोगों के घर न टूटे उस बात का ध्यान रखें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि डीजीसीए के निर्देश के मुताबिक एयरपोर्ट के काम शुरू करने जल्द कंसल्टेंट नियुक्ति की कार्यवाही करें तथा डीपीआर रायपुर भेजें।
सिंहदेव ने इस दौरान कहा कि डीजीसीए (DGCA) द्वारा एयरपोर्ट को मान्यता देने में जो-जो कमियां हैं उन बिंदुओं को एक साथ बता दिया जाए तो उन कमियों के निराकरण भी एक साथ हो सकता है। लेकिन अब तक कुछ कमी बताकर फिर दूसरी कमी बता दी जाती है जिससे एयरपोर्ट की मान्यता में विलंब हो रहा है।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट की मान्यता में कमी के लिए अब तक केवल तीन कमियां ही बताईं गर्इं हंै। उन्होंने कहा कि इस संबंध में डीजीसीए के अधिकारियों से बात की जाएगी। इस दौरान छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद, कलक्टर संजीव कुमार झा, मेयर डॉ. अजय तिर्की, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।
डीजीसीए ने बताईं हैं ये तीन कमियां
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डीजीसीए ने दरिमा एयरपोर्ट को 72 सीटर विमान परिचालन की मान्यता न देने में अब तक तीन कमियां बतार्इं है। पहला रन-वे के सुदृढ़ीकरण एवं समतलीकरण की आवश्यकता है। इसके लिए वर्तमान रन-वे की मोटाई 40 से 60 सेंटीमीटर मोटे डामरीकरण के साथ समतलीकरण करना होगा।
दूसरा वर्तमान एप्रन (जहाज ठहराव का स्थान) छोटा है, इसे बढ़ाने की आवश्यकता है तथा तीसरा, रन-वे के दोनों ओर करीब 70 मीटर पक्के नाली का निर्माण हो ताकि बारिश का पानी का शीघ्रता से निकासी हो। उन्होंने कहा कि यात्रियों की संख्या के अनुसार टर्मिनल बिल्डिंग के विस्तार हेतु नए भवन का निर्माण करें।