इस उपलब्धि पर शिक्षा का चयन जून में पूणे में आयोजित राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता के लिए किया गया है। इस नन्हीं जलपरि ने पूर्व में भी कई प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतकर सरगुजा का मान बढ़ाया है। शिक्षा की इस उपलब्धि पर सांसद, नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने सम्मान किया तथा भविष्य के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दीं।
भिलाई के देल्ही पब्लिक स्कूल में राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता का आयोजन 21 मई को किया गया था। इसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के तैराकों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता में अंबिकापुर की शिक्षा दुबे पिता शरद दुबे ने भी शिरकत की। शिक्षा ने इस दौरान 50 मीटर, 100 मीटर व 200 मीटर बैक स्ट्रोक प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया।
तीनों इवेंट्स में शिक्षा ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए पहला स्थान प्राप्त कर 3 स्वर्ण पदक अपने नाम किए। शिक्षा दुबे को सरगुजा में नन्हीं जलपरि के नाम से भी जाना जाता है। जिस छोटी उम्र में शिक्षा ने इतने ऊंचे मुकाम हासिल किए है, वह सराहनीय है। शिक्षा द्वारा राज्य स्तरीय तैराकी में किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर उसका चयन 24 से 29 जून तक पूणे में आयोजित राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता के लिए किया गया है।
प्रतियोगिता के दौरान शिक्षा के कोच उनके पिता शरद दुबे व मैनेजर पूनम दुबे उपस्थित थीं। गौरतलब है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित 21 दिवसीय समर कैंप के तैराकी इवेंट में शिक्षा दुबे ने काफी प्रैक्टिस की थी।
सांसद, नेता प्रतिपक्ष ने किया सम्मान
राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता में 3 स्वर्ण पदक जीतने के बाद शिक्षा दुबे का अंबिकापुर आगमन हुआ। यहां एक कार्यक्रम में सांसद कमलभान सिंह, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, पूर्व विधायक सिद्धनाथ पैंकरा, महापौर डॉ. अजय तिर्की तथा जिला तैराकी संघ के अध्यक्ष अंबिकेश केशरी ने शिक्षा का सम्मान किया।