तब परिजन उसे गुरुवार की सुबह कुसमी अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। कुसमी पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच में जुटी हुई हैं।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भुलसीकला निवासी 48 वर्षीय कमलसाय पैकरा पिता रामनाथ पैकरा खेती किसानी का कार्य करता था। वह बुधवार रात को भोजन करने के बाद जमीन पर बिस्तर लगाकर सो रहा था।
इस बीच देर रात करीब 2.30 बजे उसके दाहिने जांघ पर कुछ काटने (Snake bite) से तेज दर्द होने से उसकी नींद खुल गई और लाइट जलाया तो वहां उसे डंडा करैत सांप दिखाई पड़ा। इसके बाद उसने सांप को डंडे से पीटकर मार डाला। इधर वह अस्पताल जाने की बजाय गांव में ही झाडफ़ूंक कराता रहा लेकिन इससे उसकी हालत और खराब हो गई। (Snake bite)
इसकी सूचना जब बगल के गांव बकसपुर निवासी उसके रिश्ते के भाई राजेन्द्र पैकरा को हुई तो वे गुरुवार की सुबह को उसे ऑटो की मदद से आनन-फानन में कुसमी अस्पताल में लेकर पहुंचे। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
अस्पताल में शव वाहन नहीं
कुसमी अस्पताल में शव वाहन की सुविधा नहीं होने से क्षेत्र के गरीब वर्ग के लोगों को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है। मृतकों के शव को गांव तक ले जाने के लिए ग्रामीणों को मोटी रकम देकर किराए के वाहन से अपने गांव तक ले जाना पड़ता है।