अंबिकापुर

आपके रुपए कुछ महीने में ही डबल हो जाएंगे कहकर करोड़ों की ठगी, कंपनी के 3 सहयोगी कोलकाता से गिरफ्तार, एमडी पति-पत्नी फरार

Swindle: कोतवाली पुलिस ने पश्चिम बंगाल (West Bangal) जाकर तीनों आरोपियों को पकड़ा, सरगुजा में एमआई हेल्थ केयर (MI Health Care) के नाम से खोली थी कंपनी, एजेंट भी बनाए थे

अंबिकापुरJun 07, 2021 / 10:32 pm

rampravesh vishwakarma

Swindle accused arrested

अंबिकापुर. काफी कम समय में रकम दोगुना (Rupees Double) करने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले 3 लोगों को कोतवाली पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। वहीं ठगी करने वाले मुख्य आरोपी पति-पत्नी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। वर्ष 2011 से 2014 के बीच एमआई हेल्थ केयर कंपनी जो कि कोलकाता की है।
उसने सरगुजा सहित छत्तीसगढ़ में आकर बैंक की तर्ज पर लोगों को काफी कम समय में रुपए दोगुना करने का झांसा दिया था। इसके लिए कंपनी ने एजेंट भी बनाए थे। एजेंट के माध्यम से कंपनी ने लोगों की गाढ़ी कमाई को जमा कराया था।। जब लोगों के करोड़ों रुपए जमा हो गए तो कंपनी बोरिया-बिस्तर समेटकर यहां से फरार हो गई। (Swindle)
वर्ष 2016 में पीडि़तों ने इसकी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई थी। कोतवाली थाने में नव पदस्थ महिला टीआई तरसिला टोप्पो के प्रभार संभालते ही कोतवाली पुलिस ने करोड़ों की ठगी करने वाले 3 आरोपियों को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया। वहीं मामले में मुख्य आरोपी पति-पत्नी अभी भी फरार है।

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गौरतलब है कि सरगुजा में कई चिटफंड कंपनियां आकर ग्रामीण क्षेत्रों के भोले-भाले लोगों से करोड़ों की ठगी कर फरार हो गईं हैं। लोग काफी कम समय में रुपए दोगुना हो जाने के झांसे में पड़कर अपनी जमा पूंजी निवेश कर देते हैं और कंपनी रकम लेकर फरार हो जाती है। इसी कड़ी में वर्ष 2011 से 2014 के बीच अंबिकापुर स्थित नमनाकला में एमआई हेल्थ केयर नाम से एक चिटफंड कंपनी संचालित थी।
कंपनी के एमडी निमई विश्वास व उसकी पत्नी डायरेक्टर अर्चना विश्वास थे। दोनों पति-पत्नी ने कंपनी के सहयोगी सलील राम चौधरी, अनिल पोद्दार व जहांगीर मनिता के साथ मिलकर सरगुजा में पहले एजेंट तैयार किए। फिर एजेंट के माध्यम से लोगों को काफी कम समय में रुपए दोगुना करने का झांसा दिया गया।
झांसे में आकर दर्जनों लोगों ने करोड़ों रुपए कंपनी में निवेश किए। कंपनी के पास जब करोड़ों रुपए जमा हो गए तो यहां से कंपनी फरार हो गई। वर्ष 2016 में पीडि़तों ने इसकी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई थी।
शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने सलील राम चौधरी, अनिल पोद्दार व जहांगीर मनिता को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि कंपनी के एमडी निमई विश्वास व उसकी पत्नी डायरेक्टर अर्चना विश्वास अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

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हेल्थ केयर प्रोडक्ट के नाम से रजिस्टर्ड थी कंपनी
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि एमआई हेल्थ केयर प्रोडक्ट (MI Health Care product) के नाम से कोलकाता में कंपनी चल रही थी। लेकिन छत्तीसगढ़ में आकर आरोपी बैंकिंग का कार्य शुरू कर लोगों को रकम दोगुनी करने का लालच देकर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर रहे थे। इसमें कार्यवाही करते हुए कोतवाली की टीम ने कंपनी के सहयोगी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

ठगी की रकम से खरीदी जमीन
कोतवाली प्रभारी (Ambikapur Kotwali TI) ने मुख्य आरोपी कंपनी के एमडी निमई विश्वास व उसकी पत्नी डायरेक्टर अर्चना विश्वास को भी जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और ठगी के पैसों की जानकारी ली जा रही है। आरोपियों के नाम से ठगी के पैसे से 2 एकड़ जमीन खरीदने की भी बात सामने आई है।
पूछताछ में ठगी की रकम की और भी जानकारी सामने आ सकती है। वहीं गिरफ्तार आरोपी अनिल कुमार पोद्दार द्वारा प्रतापपुर क्षेत्र में भी जमीन खरीदने का मामला समाने आया है।
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