सूरजपुर जिले के ग्राम परशुरामपुर निवासी सुखदेव सिंह खेती-किसानी करता है। सोमवार की दोपहर वह अपनी पत्नी के साथ खेत में काम करने गया था। इस दौरान घर पर उसकी 12 वर्षीय बेटी रीतिका व बेटा थे। घर में ही बच्चों के झूलने के लिए साड़ी का झूला बनाया गया था।
डॉक्टरों ने घोषित किया मृत
रामानुजनगर अस्पताल के डॉक्टरों ने बालिका को गंभीर हालत में देख उसे तत्काल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे लेकर अंबिकापुर पहुंचे। यहां जांच पश्चात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। वे खुद को कोस रहे थे कि आखिर क्यों उन्होंने साड़ी का झूला बनाया।