छोटी-छोटी परेशानियों से घबराकर पद से त्यागपत्र नहीं देना है। सब मिलकर समस्याओं का निराकरण करेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में सूरजपुर जिले की तीनों सीट एकजुटता के साथ जीतने का संकल्प लें और क्षेत्र में काम करें।
सूरजपुर जिला कांग्रेस कमेटी में पिछले 15 दिनों से विवाद बढ़ गया था। प्रतापपुर विकासखंड के कांग्रेस कार्यकर्ता इसे लेकर एक व्यक्ति विशेष को पद दिए जाने से काफी नाराज थे। सोशल मीडिया से लेकर सभी जगह प्रतापपुर के कार्यकर्ता अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके थे।
इसकी वजह से जिला कांग्रेस कमेटी सूरजपुर के जिलाध्यक्ष विंधेश्वर शरण सिंहदेव ने व्यक्तिगत कारण बताते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी व नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव को अपना इस्तीफा भिजवा दिया था। बुधवार को नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने सूरजपुर जिलाध्यक्ष को बुलाकर चर्चा की।
इस दौरान विंध्वेश्वर शरण सिंहदेव ने कहा कि उन्हें बार-बार अपने घर जाना पड़ता है और खेती का काम भी प्रभावित हो रहा है। घर में व्यस्तता भी काफी है। नेता प्रतिपक्ष ने सूरजपुर जिलाध्यक्ष को समझाया और कहा कि सभी कार्यक्रम पूर्ववत चलेगा तथा पूर्व की भांति ही अपने पद का निर्वहन आप करते रहेंगे।
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि घर में यदि ज्यादा व्यस्तता रहेगी और कोई महत्वपूर्ण काम आ जाता है तो वे कार्यकारिणी के अन्य सदस्य, उपाध्यक्ष व महामंत्री को निर्देश दें व पार्टीगत कार्य की निगारानी करते रहें।
पूर्व में इनके नेतृत्व में मिल चुकी है जीत
नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव से मुलाकात करने पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूरजपुर की नेतृत्व में विधानसभा की २ सीट कांग्रेस जीत चुकी है। इसलिए चुनाव से पूर्व किसी भी प्रकार की रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। इनके नेतृत्व में कांग्रेस के सदस्यता अभियान में भी यह जिला प्रदेश में नम्बर वन पर है।
इसलिए चुनावी समय में एक सुलझे व लोगों को एक साथ लेकर चलने वाले जिलाध्यक्ष के इस्तीफा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं नेता प्रतिपक्ष ने अस्वीकार कर दिया। नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात करने के बाद सूरजपुर कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर चुनाव लडऩे की बात कही।
बैठक में यूएस सिंहदेव, सूरजपुर के समन्वयक अजय अग्रवाल, खेलसाय सिंह, पारस राजवाडे, पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह, सभी ब्लॉक अध्यक्ष सहित जिला कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।