पड़ोसी की मदद से गिरफ्तार हुआ आरोपी
आखिरकार ऐसे कैद से 88वें दिन आजाद हुई इस बच्ची ने अपने किडनैप वाले दिन से लेकर कैद के दिनों में उसके साथ हुए एक-एक जुल्म के बारे में बताया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जेमी को किस तरह इस कैद से आजादी मिली। अधिकारी के मुताबिक उस दिन किडनैपर जेक थॉमस पैटरसन ने अपना रिमोट केबिल छोड़ा था, उसी मौके का फायदा उठाकर जेमी वहां से भाग निकली। भागते हुए उसकी मदद एक पड़ोसी ने की जिसने 911 पर कॉल कर पैटरसन को गिरफ्तार करवाया।
बेड के नीचे 2 फुट की जगह में रखा था छिपा
पुलिस ने उस पर दो की हत्या और हथियार के दम पर एक को किडनैप करने का आरोप दर्ज किया है। बैरन काउंटी डिस्ट्रिक्ट के अटॉर्नी ब्रायन राइट ने बच्ची की शिकायत के आधार पर इस वारदात की दास्तां सुनाई। उनके मुताबिक बच्ची को कैद के 3 महीने किडनैपर के बेड के नीचे 2 फुट की तंग जगह में छिपाकर रखा हुआ था। जानकारी के मुताबिक एक चीफ फैक्ट्री में नौकरी करनेवाले पैटरसन ने स्कूल में जेमी को देखा था, तभी उसे अगवा करने की प्लानिंग की थी। पहले दो बार उसने कोशिश की तो असफल रहा, लेकिन फिर 15 अक्टूबर को आखिरकार वो सफल हुआ। इस दौरान बीचबचाव करने आए बच्ची के मां-बाप को उसने गोली मारकर जान ले ली थी।
यौन शोषण की पुष्टि नहीं
हत्या के बाद पैटरसन ने बच्ची को गॉर्डन में लगे अपने केबिन में रखा था। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि इतने महीनों में पैटरसन ने जेमी के साथ किसी तरह का दुष्कर्म किया है या नहीं। यही वजह है कि सरकारी वकीलों ने अभी तक उस पर यौन शोषण के आरोप नहीं लगाए हैं। आपको बता दें कि आरोपी ने खुद अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि जब भी उसका केबिन से बाहर जाना होता था या कोई उससे मिलने आते थे तो वह जेमी से उसके बेड के नीचे एक छोटी सी जगह में छिपने के लिए कहता था। यही नहीं वो उसे इस तरह ढक देता था कि कोई जेमी को देख न सके। क्रिसमस की छुट्टी के दिन जेमी को 12 घंटों तक बेड के नीचे रहना पड़ा था।