दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप ने मेल-इन वोटर ( Mail-In Voter ) धोखाधड़ी के अपने दावों को फिर से दोहराया है। ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘वैश्विक मेल इन वोटिंग ( न कि अनुपस्थित मतदान, जो कि अच्छा है ) से 2020 का चुनाव इतिहास का सबसे ज्यादा गलत और धोखाधड़ी वाला साबित होगा। यह चुनाव अमरीका के लिए शर्मनाक होगा। चुनाव कराने में तब तक देरी करें, जब तक लोग सुरक्षित रूप से मतदान करने में सक्षम न हो जाएं। मेल-इन वोटिंग के माध्यम से व्यापक मतदाता धोखाधड़ी का कोई सबूत नहीं है।’
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि चुनाव में मेल इन सिस्टम ( Mail-In System ) से वोटिंग होनी है। यदि ऐसा होता है तो अमरीका के इतिहास के सबसे गलत और फर्जी चुनाव होंगे।
विपक्ष ने ट्रंप के आशंकाओं को नकारा
आपको बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप की आशंकाओं को नकार दिया है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि अमरीकी चुनावों में धोखाधड़ी के कोई सबूत नहीं हैं। डेमोक्रिटिक नेताओं ( Democratic Leader ) ने कहा है मेल-इन वोटिंग की जटिल प्रक्रिया को बेहतर बनाए जाने की सख्त जरूरत है।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को ट्रंप ने मेल-इन बैलेट (ईमेल या चिट्ठी के जरिए वोटिंग) का विरोध किया था। एरिजोना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘अगर 2020 चुनाव में ईमेल से वोटिंग की मंजूरी दी जाती है तो जरा सोचिए क्या होगा? ये सभी वोट किसे मिलेंगे। ऐसा हुआ तो यह देश के इतिहास का सबसे भ्रष्ट चुनाव हो सकता है। डेमोक्रेट्स धोखाधड़ी करना चाहते हैं।’
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अपने भाषण में ट्रंप ने आगे कहा था कि अमरीका सबसे बुरे दौर यानी दूसरे विश्व युद्ध ( Second World War ) के दौरान चुनाव करा सकता है, तो कोरोना महामारी ( Coronavirus Epidemic ) के बीच यह क्यों नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई वजह नहीं है कि चुनाव न करा सकें। लेकिन विपक्षी दल कोरोना महामारी को बहाना बनाकर लोगों को वोटिंग से रोकना चाहती है। इसके बाद फर्जी मेल इन बैलेट भेजकर चुनाव में धोखाधड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, हम ऐसा होने नहीं देंगे।
बता दें कि अमरीका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप अब यदि इसे टालने की बात कह रहे हैं। लेकिन अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव ( US Presidential Election ) की तारीखों को केवल कांग्रेस ही बदल सकती है। अमरीकी संसद ( US Parliament ) के निचले सदन में डेमोक्रेट्स का शासन है। ऐसे में ये संभावना कम ही है कि चुनाव की तारीक टल जाए। ट्रंप ने पहले कहा था कि उन्हें चुनाव के लिए आगे बढ़ने में कोई समस्या नहीं है।